मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने ‘मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी’ का प्राइमरी चुनाव जीत लिया है और अब वह सितंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में फिर से भाग्य आजमाएंगे।
सोलिह ने शनिवार रात को पार्टी के प्राइमरी चुनाव में संसद के स्पीकर एवं पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद को हराया।
नशीद ने 30 साल की निरंकुशता के बाद मालदीव को एक बहुदलीय लोकतंत्र में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है लेकिन 2018 में ‘‘करिश्माई’’ नशीद के स्थान पर पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में सोलिह को नामित किया गया था, क्योंकि नशीद जेल की सजा के कारण इसके लिए अयोग्य हो गए थे।
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से सोलिह ने राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद देश को काफी हद तक स्थिर किया है।
नशीद देश के पहले बहुदलीय चुनाव के दौरान 2008 में राष्ट्रपति चुने गए थे, लेकिन उन्होंने लोगों के विरोध के बीच 2012 में इस्तीफा दे दिया। उन्होंने 2013 में राष्ट्रपति पद के लिए फिर से चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए थे। इसके पांच साल बाद वह चुनाव में खड़े होने के अयोग्य हो गए थे।
नशीद मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र में उदार, पश्चिमी विचारों के समर्थक के रूप में जाने जाते हैं। इस्लामिक स्टेट के प्रति सहानुभूति रखने वाले एक स्थानीय समूह ने 2021 में उनकी हत्या का असफल प्रयास किया था।
सोलिह राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अब तक एकमात्र उम्मीदवार हैं। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामले में जेल की सजा काट रहे हैं।