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इमरान खान का खेल खत्म हो गया है : Maryam Nawaz

पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से कहा कि उनकी पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों के इस्तीफा देने के बाद उनका ‘‘खेल खत्म हो गया है।’’
मरियम ने पंजाब प्रांत में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए शुक्रवार को ये टिप्पणियां कीं। उन्होंने इस दौरान नौ मई को हुई घटनाओं पर भी बात की जब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख खान को गिरफ्तार किया गया था जिससे देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
पीएमएल-एन सुप्रीमो और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने पीटीआई अध्यक्ष खान से कहा कि उनकी पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों के छोड़कर चले जाने के बाद ‘‘खेल खत्म हो गया है।’’

देश में नौ मई को हुई हिंसा के बाद से पीटीआई के अब तक 70 से अधिक वकीलों और नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। पार्टी के महासचिव असद उमर, पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी और पूर्व मानवाधिकारी मंत्री शिरीन मजारी समेत पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है।
बड़ी संख्या में नेताओं के पार्टी छोड़ने पर ‘पीटीआई’ पर निशाना साधते हुए मरियम ने कहा कि पार्टी छोड़ने वालों की कतार लग गयी है।
पीटीआई नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला तब शुरू हुआ जब सुरक्षा बलों ने नागरिक तथा सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों के बाद पार्टी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की।

मरियम ने पूर्व प्रधानमंत्री खान की निंदा करते हुए कहा, ‘‘जब नेता खुद ही गीदड़ है तो लोग कैसे साथ रहेंगे? आपके लोग खुलासा कर रहे हैं कि इमरान खान (70) नौ मई की घटनाओं के मास्टमाइंड हैं।’’
पीएमएल-एन नेता ने कहा कि खान नौ मई के ‘‘आतंकवाद’’ के मास्टरमाइंड थे लेकिन आतंकवाद रोधी अदालत का सामना उनके कार्यकर्ता कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खान अपनी पत्नी बुशरा बीबी को चादरों से ढककर अदालत ले गए लेकिन उन्होंने अन्य महिलाओं का मोहरों के रूप में इस्तेमाल किया।
मरियम ने कहा कि नौ मई की घटना ‘‘पाकिस्तान सेना पर हमला’’ थी और पूर्व प्रधानमंत्री की उनके ‘‘सहायक’’ मदद कर रहे थे।

गौरतलब है कि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी के बाद नौ मई को हिंसक प्रदर्शन हुए थे। उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लाहौर कोर कमांडर के आवास, मियांवाली एअरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई इमारत समेत कई सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी।
पुलिस ने हिंसक झड़पों में 10 लोगों की मौत की जानकारी दी जबकि खान की पार्टी ने दावा किया कि सुरक्षाकर्मियों की गोलीबारी में उनके 40 कार्यकर्ताओं की मौत हो गयी।
हिंसा के बाद खान के हजारों समर्थकों को गिरफ्तार किया गया और सेना ने इसे देश के इतिहास में ‘‘काला दिन’’ बताया।

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