फिलिस्तीन और आतंकी संगठन हमास और हिजबुल्लाह के समर्थन में कराची में रैली निकाली गई। जिसे गाजा मिलियन मार्च का नाम दिया गया। हमास के सपोर्ट में सड़कों पर लोगों ने उतरकर इजरायल के खिलाफ अपना विरोध जताया। पाकिस्तान के साथ ही फिलिस्तीन के भी झंडे इस मार्च में लहराए गए। पाकिस्तान आतंक का हमदर्द बनता हुआ दिखाई दे रहा है। हमास के समर्थन में पाकिस्तान के मुसलमान नजर आ रहे हैं। वो हमास जिसने आज से ठीक एक साल पहले यानी 7 अक्टूबर के ही दिन इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था। इजरायल लगातार कह रहा है कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं। लेकिन हमारे नागरिकों को बंधक बनाया हुआ है उसे वापस किया जाए। हालांकि इजरायली हमले में फिलिस्तीन के भी मासूम लोगों की जान जा रही है।
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इजरायल के इतिहास में सबसे घातक, हमास के सात अक्टूबर को किए हमले के एक साल पूरे होने पर सोमवार को देशवासी रैली निकाल रहे हैं और शोक समारोह आयोजित कर रहे हैं। इस हमले ने गाजा में युद्ध को जन्म दिया और इजराइलियों को कभी न भूलने वाला घाव दे दिया। एक प्रमुख यहूदी अवकाश वाले दिन सीमा पार से किए गए इस हमले ने इजराइलियों के सुरक्षित होने के भरम को तोड़ दिया और नेताओं तथा सेना में उनके विश्वास को हिला कर रख दिया। इस हमले की गूंज एक साल बाद भी सुनायी दे रही है।
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गाजा में युद्ध आक्रामक हो गया है, इजरायल हिजबुल्ला के खिलाफ एक नया युद्ध लड़ रहा है और ईरान के साथ संघर्ष गहरा रहा है जिससे इस क्षेत्र के और खतरनाक संघर्ष की ओर बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। युद्ध की तबाही झेल रहे गाजा में कोई औपचारिक स्मारक कार्यक्रम की योजना नहीं है। इजराइलियों के सैकड़ों मृतकों, आतंकवादियों के कब्जे में कई बंधकों और उन्हें बचाने के लिए मारे गए या घायल हुए सैनिकों की याद में देशभर में समारोहों, कब्रिस्तानों और स्मारक स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।