यूक्रेन ने करीब 1,400 ड्रोन खरीदे हैं, जिनमें से ज्यादातर टोही हैं जबकि कई ड्रोन को लड़ाकू मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना है ताकि रूसी सेना द्वारा आक्रमण के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन को मार गिराया जा सके। यूक्रेन के प्रौद्योगिकी मंत्री ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी द एसोसिएटेड प्रेस को हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में यूक्रेन के डिजिटल प्रौद्योगिकी मंत्री मिखाइलो फेदेरोव ने यूक्रेन-रूस युद्ध को इंटरनेट युग का पहला बड़ा युद्ध बताया। उन्होंने संघर्ष को बदलने के लिए एलन मस्क के स्टारलिंक जैसे ड्रोन और सैटेलाइट इंटरनेट प्रणाली को इसका श्रेय दिया।
यूक्रेन ने फ्लाई आई जैसे ड्रोन खरीदे हैं, जो खुफिया जानकारी, युद्ध के मैदान की निगरानी और टोह लेने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक छोटा ड्रोन है।
फेदेरोव ने कहा, ‘‘ अब हम कमोबेश टोही ड्रोन से लैस हैं और अगला चरण, हमला करने वाले ड्रोन का है। ये ऐसे विस्फोटक ड्रोन हैं जो तीन से 10 किलोमीटर तक उड़ान भरते हैं और लक्ष्यों को भेदने में सक्षम हैं। ’’
उन्होंने पूर्वानुमान लगाया कि भविष्य में ड्रोन हमले के और अभियान होंगे, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी।
फेदेरोव ने कहा, ‘‘हम ड्रोन, यूएवी के बारे में बात कर रहे हैं, हम इसे यूक्रेन में विकसित कर रहे हैं। यह प्रौद्योगिकी विकसित करने का अगला चरण है।’’
रूसी अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने हाल के हफ्तों में ड्रोन से उसके कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया है जिनमें सोमवार का एक हमला भी शामिल है। सोमवार के हमले के बारे में रूस ने कहा कि उसके बलों ने यूक्रेन की सीमा से 600 किलोमीटर से अधिक दूर स्थित एंजल हवाई ठिकाने की ओर एक ड्रोन को मार गिराया है।
रूसी सेना ने कहा कि ड्रोन के मलबे से उसके तीन सैनिक मारे गए लेकिन किसी विमान को नुकसान नहीं पहुंचा। इस वायुसैनिक ठिकाने पर टीयू-95 और टीयू-160 बमवर्षक तैनात है जिनसे यूक्रेन पर हमले किए जा रहे हैं। यह विमान परमाणु हमला करने में सक्षम हैं।