Breaking News

Modi नाराज, प्लेन से नहीं उतरे… Website Daily Maverick ने पब्लिश की ऐसी खबर, फिर किसने कर दिया साइबर अटैक?

दक्षिण अफ्रीकी डिजिटल न्यूज वेबसाइट डेली मेवरिक की तरफ से एक रिपोर्ट ने बीते दिन खासी सुर्खियां बटोरी। अब उसनेआरोप लगाया कि उस पर भारत से साइबर हमला हुआ है। अफ्रीकी वेबसाइट ने दावा किया था कि दक्षिण अफ्रीकी सरकार द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिसीव करने के लिए एक कैबिनेट मंत्री को भेजे जाने पर पीएम ने अपना विमान छोड़ने से इनकार कर दिया था। डेली मेवरिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टाइलि चारलाम्बस ने स्क्रॉल को बताया कि मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हम भारत से डिस्ट्रीब्यूटेड डिनाइल ऑफ सर्विस (DDoS) हमलों का सामना करना पड़ा। प्रकार का साइबर हमला है जिसे किसी वेबसाइट या उसके सर्वर पर बड़ी मात्रा में ट्रैफ़िक डालने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह यूजर्स के लिए अनुपलब्ध हो जाता है।

इसे भी पढ़ें: G20 Trade And Investment Ministerial Meeting | पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन, कहा- दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही

बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका में हैं। ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का एक समूह है।  पीएम मोदी भी 15वें ब्रिक्स सम्मेलन के लिए जोहान्सबर्ग के दौरे पर हैं। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के स्वागत के लिए अपने कैबिनेट मंत्री को भेजा। दक्षिण अफ्रीकी के ऑनलाइन पोर्ट डेली मैवेरिक की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत की ओर से इसको लेकर विरोध जताया गया। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका के उप राष्ट्रपति पॉल मशाटिले को एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत के लिए भेजा गया। 

इसे भी पढ़ें: चिनफिंग, पुतिन अन्य नेताओं ने ब्रिक्स के विस्तार को लेकर चर्चा की

 
इस रिपोर्ट में कहा गया कि इसके विपरीत, राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा व्यक्तिगत रूप से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सोमवार रात आगमन पर उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे। बुधवार शाम को एक बयान में डेली मेवरिक ने अपने सुरक्षा समन्वयक के हवाले से कहा कि कई घंटे पहले साइट अचानक बंद हो गई। हमने इसे बहुत तेज़ी से उठाया और बड़े पैमाने पर वितरित सेवा से इनकार (डीडीओएस) हमले की पहचान करना शुरू कर दिया। हमने जांच की और पाया कि यह कई भारतीय सर्वरों से आ रहा था। 

Loading

Back
Messenger