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कई दिनों से बेचैन थे मोदी, अचानक मिलाया इस देश में फोन, और फिर…

इन दिनों एक सेम पैटर्न विदेशों में देखने को मिला। आपको याद होगा कि चार देशों में कैसा गंदा खेल चल रहा है। कई गद्दारों ने कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका में बैठकर भारत को चुनौती दी और भारत का अपमान किया। सबसे दिलचस्प बात है कि ये देश भारत को मजबूत साथी बताने का दावा करते हैं। लेकिन पर्दे के पीछे इन्हीं देशों में भारत को तोड़ने का षड़यंत्र चलता नजर आया।  ब्रिटेन में जो कुछ भी हुआ वो भारत के लोगों को सबसे ज्यादा गुस्सा दिलाया। भारत को उम्मीद थी की ऋषि सुनक इस मामले पर कड़ा एक्शन लेंगे। लेकिन सुनक ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। इस घटना के बाद से ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेचैन थे। इसी के चलते अचानक पीएम मोदी ने ऋषि सुनक से फोन पर बात की। लंदन में भारतीय दूतावास पर हमले के बाद से ये पहली बार है जब पीएम मोदी ने ऋषि सुनक से फोन पर बात की है। 

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अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक के साथ टेलीफोन पर बातचीत में यूनाइटेड किंगडम में भारतीय राजनयिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया और भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मोदी ने भारत में वांछित आर्थिक अपराधियों की वापसी पर भी प्रगति की मांग की। खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में लंदन में भारतीय मिशन की खिड़कियों को तोड़ दिया था और राष्ट्रीय ध्वज को भी निशाना बनाया था।

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अधिकारियों ने कहा कि दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों की प्रगति की समीक्षा की, खासकर व्यापार और आर्थिक क्षेत्रों में। वार्ता के दौरान, सुनक ने भारत की चल रही जी20 अध्यक्षता के लिए यूके के पूर्ण समर्थन को दोहराया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बातचीत में हाल के उच्च स्तरीय आदान-प्रदान और विशेष रूप से व्यापार और आर्थिक क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग पर संतोष व्यक्त किया गया। दोनों देशों के बीच पारस्परिक रूप से लाभप्रद मुक्त व्यापार समझौते के शीघ्र समापन की आवश्यकता पर सहमत हुए। दोनों नेताओं के बीच बातचीत ने संकेत दिया कि ब्रिटेन में खालिस्तानी समर्थक सिखों की बढ़ती गतिविधियां नई दिल्ली और लंदन के बीच संबंधों में एक अड़चन के रूप में उभरी हैं, लेकिन वे द्विपक्षीय एफटीए के लिए वार्ता पर इसकी छाया नहीं पड़ने देंगे।

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मोदी ने ब्रिटेन में भारत के राजनयिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। उन्होंने ब्रिटिश सरकार से ब्रिटेन में भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया। सुनक ने मोदी को बताया कि भारतीय उच्चायोग पर हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने मोदी को ब्रिटेन और उसके कर्मियों में भारतीय मिशन की सुरक्षा का आश्वासन भी दिया। मोदी ने ब्रिटेन में शरण लेने वाले आर्थिक अपराधियों का मुद्दा उठाया। उन्होंने ब्रिटेन से भगोड़ों की वापसी पर प्रगति की मांग की ताकि वे भारत में मुकदमे का सामना कर सकें। उन्होंने सुनक को 9 और 10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया।

 

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