कल तक जो ट्रूडो खालिस्तानियों के खैर ख्वाह बने बैठे थे। कल तक जिन ट्रूडो को कनाडा में रह रहे हिंदुओं पर अत्याचार नजर नहीं आ रहे थे। उन जस्टिन ट्रूडो के तेवर अब ढीले पड़ने लगे हैं। उनके तेवर बदलने लगे हैं। कल तक जो ट्रूडो खालिस्तानियों के लिए आंसू बहाते थे वो आज उनके खिलाफ बोल रहे हैं। खालिस्तानियों को लेकर ट्रूडो ने ऐसा कुछ कह दिया, जिससे वहां रह रहे खालिस्तानियों की नींद उड़ गई है। अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के खालिस्तानी समर्थक गुरवतपंत सिंह पन्नू की नींद ट्रूडो के बयान के बाद से उड़ी हुई है। ट्रूडो के रुख में आए इस बदलाव के पीछे प्रधानमंत्री मोदी के दोस्त को माना जा रहा है। जो ट्रूडो कल तक कनाडा में रह रहे खालिस्तानियों के हितों को लेकर मुखर थे, अब कह रहे हैं कि कनाडा में खालिस्तान का समर्थन करने वाले बहुत से लोग हैं। लेकिन वो पूरे सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
इसे भी पढ़ें: Justin Trudeau की उलटी गिनती क्या शुरू हो गई है? मस्क ने बड़ी भविष्यवाणी यूं ही नहीं की
अब सवाल ये है कि आखिर अचानक ट्रूडो को क्या हुआ और उनके तेवर नरम क्यों पड़ने लगे हैं। इसकी बड़ी वजह अमेरिका है। वही अमेरिका जिसे कनाडा अपना बड़ा भाई मानता है। कनाडा में डेमोक्रेट सरकार की विदाई हो गई है। कमला हैरिस चुनाव हार गई हैं। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए बॉस बन गए हैं। ट्रूडो जानते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितने अच्छे दोस्त हैं। ट्रंप के चुनाव जीतते ही उन्हें सबसे पहले बधाई देने वाले मोदी ही थे। वहीं ट्रंप ने कहा था कि पूरी दुनिया पीएम मोदी को प्यार करती है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की भी जमकर तारीफ की थी। ट्रंप ने कहा कि भारत के शानदार देश है और पीएम मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं। ट्रूडो भी हवा का रुख समझ रहे हैं और अब वो सरेंडर मोड में हैं।
इसे भी पढ़ें: US Action On Canada: ट्रंप का पहला शिकार ट्रूडो? कनाडा के लोग क्यों डरे और चितिंत, भारत खुश तो बहुत होगा
इसकी एक वजह और भी है। चुनाव कैंपेन के दौरान डोनाल्ड ट्रंप बांग्लादेश में हिंदओं के साथ हो रही हिंसा का मुद्दा उठा चुके हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि वहां पूरी तरह अराजकता की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मेरे निगरानी में ऐसा कभी नहीं होता। ऐसे में ट्रूडो ये कभी नहीं चाहेंगे कि वो ट्रंप का टारगेट बनें। इन सब के अलावा ट्रंप के सबसे करीबी दोस्त ने ट्रूडो को लेकर एक भविष्यवाणी भी की जिससे ट्रूडो बेहद डरे हुए हैं। एलन मस्क ने उस यूजर को रिप्लाई देते हुए लिखा कि ट्रूडो अगले इलेक्शन में जाने वाले हैं। मस्क के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहुत चर्चा की जा रही है। आपको बता दें कि कनाडा में इसी साल चुनाव होने वाले हैं। साल 2015 से कनाडा के प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले ट्रूडो के सामने मुश्किले बड़ी है। हर सर्वे में वो पिछड़ रहे हैं। पार्टी के अंदर ही फूट है। उनके बेतुके बयानों को लेकर भी चर्चा होती रहती है। वो बॉर्डर से अवैध घुसपैठ, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर अपने ही घर में घिर चुके हैं। वहीं भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोपों ने भी उनकी छवि खराब की है।