इजरायल ने पाकिस्तान के दोस्तों पर सबसे बड़ा हमला किया है। इजरायल के 100 से अधिक लड़ाकू विमानों ने उन आतंकियों के ठिकाने उड़ा दिए हैं, जिन्हें पाकिस्तान से मदद मिल रही थी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद एयरफोर्ट हेडक्वार्टर में बैठकर इस ऑपरेशन को लाइव देखा। ये हमला जिन आतंकियों के खिलाफ किया गया है वो इजरायल और भारत दोनों के दुश्मन हैं। मगर पाकिस्तान के पक्के यार हैं। इजरायल की सेना ने यमन में घुसकर हूती आतंकियों पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इजरायल के 100 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने हूती आतंकियों से जुड़े कई ठिकानों को तबाह किया है। जिनमें यमन की राजधानी सना का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और पश्चिमी तट के तीन बंदरगाह शामिल हैं।
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कई हूती आतंकियों का भी जहन्नुम से मिलन करवा दिया गया है। आपको बता दें कि हूती आतंकियों ने लाल सागर में भारत और इजरायल दोनों का जीना मुश्किल कर रखा था। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान लाल सागर में हूतियों को मदद दे रहा था। दरअसल, यमन के हूती आतंकवादी और पाकिस्तानी दोनों ही फिलिस्तीन समर्थक हैं। हूती आतंकी लाल सागर में इजरायल तक जाने वाले सभी मालवाहक जहाजों पर पिछले कई महीनों से हमले कर रहे थे। कई जहाज तो ऐसे थे जिनमें भारतीय क्रू मेंबर भी शामिल थे। इन हूती आतंकियों ने अलग अलग देशों के जहाजों को निशाना बनाया। जिसके बाद कई देशों ने सुरक्षा के लिए भारत से संपर्क किया।
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भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन संकल्प और अन्य अभियानों के तहत हूती आतंकियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू किया। भारत ने कई जहाजों को बचाया। 110 लोगों की जान भी बचाई। जिसमें 45 भारतीय नागरिक थे और 65 दूसरे देशों के नागरिक थे। अमेरिका ने भी इजरायल पर हमला कर रहे हूतियों के खिलाफ ऑपरेशन प्रॉसपैरिटी गार्जियन चलाया। मगर हैरानी तो तब हुई जब पाकिस्तान ने भारत और अमेरिका के ऑपरेशन में हिस्सा ही नहीं लिया। पाकिस्तान ने सीधे सीधे साथ देने से मना कर दिया और हूतियों के साथ जाकर खड़ा हो गया। अमेरिका ने खुलासा किया कि हूतियों को पाकिस्तानी नागरिक हथियार भी सप्लाई कर रहे हैं।