राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सैन फ्रांसिस्को में राहुल गांधी का पीएम मोदी पर बड़ा हमला सामने आया है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री भगवान को भी समझा सकते हैं। उनकी सोच ये है कि वो भगवान से भी ज्यादा जानकर हैं। उनके सामने भगवान भ्रमित हो जाएंगे।
क्यों पड़ी भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत
एक सभा को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा शुरू की थी। चलते समय मैंने महसूस किया कि राजनीति करने के सामान्य उपकरण (लोगों से जुड़ना) अब काम करना बंद कर चुका था। वे भाजपा और आरएसएस द्वारा नियंत्रित थे। लोगों को धमकाया जाता है और उनके खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है। किसी तरह राजनीतिक रूप से कार्य करना काफी कठिन हो गया था। इसलिए हमने भारत के सबसे दक्षिणी सिरे से श्रीनगर तक चलने का फैसला किया। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में कुछ समूहों को यह भ्रम है कि वे सब कुछ जानते हैं।
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नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान
राहुल गांधी ने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पैदल मार्च के प्रभाव के खिलाफ कुछ भी काम नहीं कर रहा था। जब हमने यात्रा शुरू की, हमने सोचा, देखते हैं क्या होता है। 5-6 दिनों में, हमें एहसास हुआ कि हजारों किलोमीटर चलना आसान काम नहीं है। मेरे घुटने में एक पुरानी चोट थी जो काम करने लगी। फिर एक आश्चर्यजनक बात हुई। हर दिन 25 किमी चलने के बाद, मुझे लगा कि मुझे बिल्कुल भी थकान महसूस नहीं हो रही है। मेरे आस-पास के सभी लोगों ने कहा कि उन्हें थकान महसूस नहीं हो रही है। यह हम नहीं चल रहे थे, पूरा भारत हमारे साथ चल रहा था। उन्होंने आगे कहा कि यात्रा के दौरान ही उनके दिमाग में ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ का विचार आया। भारत नफरत में विश्वास नहीं रखता. आज भारत में मुसलमानों के साथ जो हो रहा है, वही उत्तर प्रदेश में दलितों के साथ होता था। लेकिन हम इसे चुनौती देंगे, इससे लड़ेंगे।
भगवान को भी ब्रह्मांड समझा सकते हैं
भारत में हम विभिन्न भाषाओं, विभिन्न धर्मों के लोगों के साथ बड़े हुए हैं। और उसी पर हमला हो रहा है। भारत में गांधी जी और गुरु नानक जी जैसे लोगों की परंपरा रही है। राहुल ने कहा कि आपको सब कुछ जानने का भ्रम नहीं होना चाहिए। यह एक ‘बीमारी’ है कि भारत के कुछ समूह सोचते हैं कि वे सब कुछ जानते हैं। यहां तक कि अगर उनकी भगवान के साथ बातचीत होती है, तो वे उन्हें समझा सकते हैं। अपनी टिप्पणी को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि निश्चित रूप से, प्रधानमंत्री उनमें से एक हैं। यदि आप उन्हें भगवान के साथ बिठाएंगे, तो वह उन्हें (भगवान को) समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। भगवान ने जो कुछ बनाया है, उसके बारे में भ्रमित हो जाओ। वे (भाजपा) वैज्ञानिकों से बात कर सकते हैं और उन्हें विज्ञान समझा सकते हैं। वे इतिहासकारों को इतिहास, सेना को युद्ध और वायु सेना को उड़ान भरना सिखा सकते हैं। लेकिन असल में वे कुछ भी नहीं जानते।
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सभी धर्मों के लोगों के प्रति सम्मान और स्नेह में विश्वास
राहुल गांधी ने कहा कि वे (कांग्रेस) सभी धर्मों के लोगों के प्रति सम्मान और स्नेह रखने के मूल्यों में विश्वास करते हैं। अपने संबोधन में प्रवासी भारतीयों को से गांधी ने कहा कि आप इसी भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। अगर आप इन मूल्यों से सहमत नहीं होते तो आप यहां नहीं होते। अगर आप क्रोध, घृणा और अहंकार में विश्वास करते हैं, तो आप भाजपा की बैठक में बैठे होते। कुछ महीने पहले केंद्र में आई भाषा की राजनीति के बारे में बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वह किसी को भी क्षेत्रीय भाषाओं के दमन की अनुमति नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी भाषा पर हमला करता है, तो वह भारत पर हमला है।
जाति जनगणना
राहुल गांधी ने कहा कि जातिगत जनगणना होना जरूरी है। “भाजपा जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी नहीं करेगी। दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के साथ उचित व्यवहार होना चाहिए। जब कांग्रेस सत्ता में आएगी, तब हम यह करेंगे।
मीडिया पर निशाना
राहुल ने मीडिया पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारत वो नहीं है जो मीडिया दिखाता है। मीडिया को एक विशेष कहानी दिखाना पसंद है। वो एक ऐसी राजनीतिक कहानी को बढ़ावा देना पसंद करता है जिसका भारत की वास्तवकिता से कोई लेना देना नहीं।
नया संसद भवन
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि नया संसद भवन का उद्घाटन असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है। बेरोजगारी, महंगाई, नफरत, शिक्षण संस्थानों जैसे मुद्दों पर बीजेपी चर्चा नहीं चाहती है।