सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपनी पार्टी के नेताओं को आगामी आम चुनाव के लिए लोगों को लामबंद करने का अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है।
द न्यूज इंटरनेशनल समाचार पत्र ने मंगलवार को कहा कि 73 वर्षीय नेता ने सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों से चुनाव की तैयारी शुरू करने और जनता के बीच जाकर इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी और इसके सहयोगी दलों से मुकाबला करने को कहा है।
नवाज को नवंबर 2019 में लाहौर उच्च न्यायालय ने इलाज के लिए विदेश जाने की चार सप्ताह की अनुमति दी थी जिसके बाद वह लंदन गए और वहां से पाकिस्तान नहीं लौटे। पाकिस्तान में उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी ठहराया गया था और जेल भेजा गया था। उनकी पार्टी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उसने अपने स्व-निर्वासित प्रमुख की वापसी की तैयारी शुरू कर दी है।
पार्टी सूत्रों के हवाले से अखबार ने कहा कि नवाज ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठकों में पंजाब में विश्वासमत से पहले अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज करने का निर्देश दिया।
उनके छोटे भाई और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ को विपक्षी दल को पंजाब विधानसभा को भंग करने से रोकने के लिए एक समाधान खोजने के लिए सहयोगियों के साथ जुड़ने के लिए कहा गया।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री शहबाज के नेतृत्व वाली संघीय सरकार वार्ता के लिए नहीं बैठी और आम चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की तो वह पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में विधानसभाओं को भंग कर देंगे।
कई दलों के गठबंधन वाली संघीय सरकार अभी चुनाव कराने का विरोध कर रही है।
वर्तमान नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होगा।
पीएमएल-एन पार्टी से संबंधित पंजाब के राज्यपाल ने खान को पंजाब विधानसभा को भंग करने से रोकने के लिए कदम उठाए हैं।
अखबार ने कहा कि नौ जनवरी को आगामी सत्र पीएमएल-एन और पीटीआई दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन पंजाब के मुख्यमंत्री परवेज इलाही विश्वास मत ले सकते हैं। यदि विपक्षी गठबंधन अविश्वास प्रस्ताव पर आवश्यक मतों की संख्या प्राप्त करने में विफल रहता है तो फिर खान की विधानसभा भंग करने की घोषणा लागू होगी।