चीन के न्यूज चैनल पर आपको कुछ ऐसा देखने को मिल सकता है, जिस पर शायद आप यकीन न कर पाएं। चीन ने इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। न्यू यॉर्क स्थित साइबर रिसर्च फर्म की एक नई रिपोर्ट में ये बड़ा दावा किया गया है कि उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करके चीन समर्थक समाचार एंकरों को राज्य-संरेखित सूचना अभियान के हिस्से के रूप में कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में एक बड़ा सवाल ये है कि क्या हम वास्तव में जो देखते हैं उस पर भरोसा कर सकते हैं?
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न्यू यॉर्क स्थित शोध फर्म ग्राफिका की एक रिपोर्ट ने चीनी समुदाय पार्टी (सीसीपी) के हितों को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल अवतारों का उपयोग करते हुए गन कल्चर जैसे मुद्दों पर अमेरिकी सरकार को कोसने के लिए एक चीनी समर्थक अभियान का खुलासा किया है। साइबर विशेषज्ञों द्वारा पूर्व में उजागर की गई चिंता को बढ़ाता है कि डीपफेक वीडियो ऑनलाइन जालसाजी से वास्तविकता को समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
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इससे पहले 2018 में शिन्हुआ क्यू हाउ नाम से डिजिटल एंकर को न्यूज की दुनिया में उतार चुकी है। मशीन लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल कर उसे आवाज की नकल करने, चेहरे की गति और वास्तविक प्रस्तोता के हाव भाव की नकल करता था। आनेवाले दिनों में हो सकता है 3D न्यूज एंकर स्टूडियो से बाहर कई मौकों पर ताजा समाचार पढ़ते हुए नजर आए।