उत्तर कोरिया ने सोमवार को पूर्वी समुद्री क्षेत्र में दो मिसाइल का परीक्षण किया। पिछले तीन दिन में उत्तर कोरिया का यह दूसरा परीक्षण है।
उत्तर कोरिया के पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया और जापान ने इन परीक्षणें की आलोचना की है। मिसाइल के परीक्षण के बाद क्षेत्र में फिर से तनाव बढ़ने की आशंका है। यह परीक्षण ऐसे वक्त हुआ है जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। उत्तर कोरिया इस अभ्यास को हमले की तैयारी के तौर पर देखता है।
उत्तर कोरिया ने शनिवार को भी एक मिसाइल का परीक्षण किया था और उसने अमेरिका-दक्षिण कोरिया अभ्यास को लेकर कड़ी चेतावनी दी है।
अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ उत्तर कोरिया की बातचीत रुकी हुई है और अमेरिकी प्रतिबंधों में छूट को लेकर दबाव बनाने के इरादे से वह अपनी सैन्य क्षमता में इजाफा कर रहा है।
दक्षिण कोरिया की सेना ने एक बयान में कहा कि उसे सोमवार को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के उत्तर में पश्चिम तटीय शहर से दो मिसाइल के परीक्षण का पता चला। जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दोनों मिसाइल कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के समुद्री क्षेत्र में गिरीं।
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने कहा कि सोमवार सुबह दो रॉकेट दागे गए।
वहीं, दक्षिण कोरिया ने इसे भड़काने वाली कार्रवाई कहा है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के मुताबिक उत्तर कोरिया की मिसाइल ने 395 किलोमीटर दूर निशाने पर सटीकता से निशाना साधा। उत्तर कोरिया ने कहा कि परीक्षण में नया 600-मिलीमीटर ‘‘मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम’’ शामिल है, जिसे युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों से लैस किया जा सकता है। दक्षिण कोरियाई रक्षा अधिकारी ने हथियार प्रणाली को कम दूरी तक मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल बताया है।
जापान और दक्षिण कोरिया के आकलन के अनुसार, उत्तर कोरियाई मिसाइल ने 50-100 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई और 340-400 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भरी।
दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की आलोचना करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है जिसमें उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल से जुड़ी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने तोक्यो में संवाददाताओं से कहा कि उत्तर कोरिया के परीक्षणों के मद्देनजर जापान ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने का आग्रह किया है। सोमवार को इस बारे में सुरक्षा परिषद को अवगत कराया जा सकता है।