Breaking News
-
झूठ के पांव नहीं होते हैं और जब सच सामने आता है तो झूठ का…
-
रात के अंधेरे में भारत ने चुपचाप एक ऐसे हथियार का सफल परीक्षण कर लिया…
-
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की नई इमीग्रेशन पॉलिसी के पीछे के तर्क को समझाया…
-
रूस यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने बड़ा फैसला ले लिया है। खबरों के अनुसार…
-
पर्थ । ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच डेनियल विटोरी इस सप्ताह के आखिर में होने वाली…
-
रूस यूक्रेन के बीच 33 महीने से जंग जारी है। दोनों देशों के बीच के…
-
आयुर्वेद में आंवला के कई हेल्दी बेनिफिट्स के लिए जाना जाता है। आंवला, विटामिन सी…
-
न्यू ऑरलियन्स में परेड मार्ग पर दो अलग-अलग गोलीबारी में दो लोग मारे गए और…
-
दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने फोन मिलाकर डोनाल्ड ट्रंप…
-
रोम । कैथोलिक ईसाई धर्म के शीर्ष नेता पोप फ्रांसिस ने यह तय करने के…
वाशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के सहयोगियों ने उसके दुश्मनों से ज्यादा उसका फायदा उठाया है। ट्रपं ने शिकागो के ‘इकॉनमिक क्लब’ में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमारे दुश्मनों से ज्यादा हमारे सहयोगियों ने हमारा फायदा उठाया है। हमारे सहयोगी यूरोपीय संघ (ईयू) हैं। ईयू के साथ हमारा व्यापार घाटा 30 करोड़ अमेरीकी डॉलर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऐसे व्यापारिक समझौते हैं जो बेहद खराब हैं। मैं पूछता हूं कि ऐसा करने वाले लोग कौन हैं? वे या तो बहुत मूर्ख हैं या उन्हें पैसे मिल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने चीन पर 27.5 प्रतिशत कर लगाया। अन्यथा, हमारे पास चीनी कारों की बाढ़ आ जाएगी। हमारी सभी फैक्टरियां बंद हो जाएंगी। ऑटो उद्योग में हमारे पास बिल्कुल भी नौकरियां नहीं होंगी। यह बिजली पर भी लागू होता है, जो जानलेवा है, जिसके बारे में मैंने बताया है। मैंने दक्षिण कोरिया पर कर लगाया क्योंकि वे ट्रक भेज रहे थे। मैंने काफी हद तक कर लगाया।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘क्या आप जानते हैं कि हमारी कार कंपनियां अपना लगभग सारा धन छोटे ट्रकों, एसयूवी से कमाती हैं? अगर मैं उन कर को वापस ले लूं, तो आप डूब जाएंगे। हर कार कंपनी का कारोबार बंद हो जाएगा।’’ रूस पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने संबंधों का बचाव किया। कर के मुद्दे पर उन्होंने दोहराया कि भारत एक कठोर देश है। ट्रंप ने कहा, ‘‘भारत एक बहुत ही कठोर देश है। यह सिर्फ चीन की बात नहीं है। मैं कहूंगा कि चीन शायद सबसे कठोर है। आप जानते हैं कि सबसे कठोर क्या है? यूरोपीय संघ, हमारे खूबसूरत यूरोपीय देश, जो अद्भुत हैं। अगर आप उन्हें जोड़ दें, तो वे लगभग हमारे आकार के हैं। वे हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव करते हैं। हमारे पास सिर्फ घाटा है।