फिलीपीन की झील में बृहस्पतिवार को पलटी नौका के नाविक को क्षमता से अधिक यात्रियों के सवार होने की जानकारी थी, लेकिन तब भी उसने इसे चलाने का फैसला लिया था। तटरक्षक प्रमुख ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इस हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई थी।
अधिकारी ने बताया कि एम/बी अया एक्सप्रेस बृहस्पतिवार को मनीला के दक्षिणपूर्वी शहर बिनानगोनान से रवाना होने के थोड़ी देर बाद ही लगुना डे बे झील में डूब गई। नौका पास के तालिम द्वीप की 30 मिनट की यात्रा पर रवाना हुई थी।
तटरक्षक, पुलिस और अन्य सरकारी जवानों ने शुक्रवार को भी झील में तलाश अभियान जारी रखा लेकिन उन्होंने बताया कि हमें नहीं पता है कि कोई लापता है या नहीं क्योंकि नौका पर सवार यात्रियों की सही संख्या ज्ञात नहीं है।
वहीं इस दौरान कोई लापता या शव नहीं मिला है।
तटरक्षक प्रमुख एडमिरल आर्टेमियो अबू ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि दो तटरक्षक निरीक्षकों ने एक संबंधित दस्तावेज दिखाने के बाद नौका को रवाना होने की अनुमति दी थी। दस्तावेज में नौका के तीन सदस्यीय चालक दल के अलावा केवल 22 यात्रियों को सूचीबद्ध किया गया था।
तटरक्षक अधिकारी ने बताया कि दोनों निरीक्षकों को उनके पद से हटा दिया गया है और मामले की जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि चालक दल और नौका के मालिक को आपराधिक मामलों का सामना करना पड़ सकता है।
तटरक्षक ने बताया कि अया एक्सप्रेस की क्षमता 42 यात्रियों की थी।
अबू के अनुसार, नाविक ने पूछताछ में बताया कि नौका में शुरुआत में 22 यात्री सवार थे लेकिन बाद में और लोग यात्रा के लिए आ गए जिससे संख्या बढ़ गई।
अबू ने बताया कि इस सप्ताह की शुरुआत में तूफानी मौसम के कारण नौका सेवाओं को स्थगित करने के बाद यात्री कई दिनों तक फंसे रहे।