पाकिस्तान के गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में एक बार फिर असंतोष और अशांति फैल गई है। स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्र होकर पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे और अपने नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग करते नजर आए। स्थानीय लोगों ने पाकिस्तानी सरकार को गृहयुद्ध की भी धमकी दी और कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे भारत में विलय कर लेंगे। एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक स्थानीय नेता गिलगित बाल्टिस्तान के स्कर्दू में एक मस्जिद के पास इकट्ठा हुई एक बड़ी भीड़ को संबोधित कर रहा है। नेता स्पष्ट रूप से कहते हैं कि यदि पाकिस्तानी सरकार उनके नेताओं को गिरफ्तार करने की हिम्मत करती है, तो वे कारगिल के दरवाजे तोड़ देंगे, यह संकेत देते हुए कि वे भारत में शामिल होंगे।
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नारे लगाए जाते हैं और किसी से न डरने की कसमें खाई जाती हैं। भीड़ दहाड़ते हुए नेता कहते हैं, हम कारगिल जाएंगे और हमें कोई नहीं रोक पाएगा।’ भीड़ का उन्माद चरम पर पहुंचने पर नेता कहते हैं। इन आतंकवादियों को हटाओ, मेरे पास दो एफआईआर हैं, हमें क्यों उकसाया जा रहा है। पहले भी बड़े पैमाने पर सभाएं होती थीं। पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान में शिया मौलवी के खिलाफ एफआईआर को लेकर शिया मुसलमानों द्वारा गिलगित बाल्टिस्तान के स्कर्दू में भारी विरोध प्रदर्शन देखा गया।
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पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा एक शिया मौलवी पर मामला दर्ज किए जाने के बाद गिलगित बाल्टिस्तान में शिया मुसलमान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। असंतोष ईशनिंदा बिल और कानूनों को लेकर भी है, जिन्हें और भी सख्त बना दिया गया है। इसे लेकर समुदाय के लोगों में नाराजगी है। दिसके बाद स्कार्दू में भारी संख्या में लोगों ने पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों में ईशनिंदा कानून को और सख्त बनाए दाने को लेकर नाराजगी है।
Locals in 𝐆𝐈𝐋𝐆𝐈𝐓 𝐁𝐀𝐋𝐓𝐈𝐒𝐓𝐀𝐍 have threatened Pakistan Govt to immediately release their leaders or they will rage a civil war & merge with Indiapic.twitter.com/nTftxAj8TH