पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक सुरंग में बलूच आतंकवादियों द्वारा एक यात्री ट्रेन पर हमला किए जाने के बाद सुरक्षा बलों ने 16 आतंकवादियों को मार गिराया और 104 यात्रियों को बचा लिया है। घटना में हताहतों की कुल संख्या की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि हमले में लोकोमोटिव के चालक सहित कम से कम 10 लोग मारे गए हैं। हम आपको बता दें कि अपहरण की यह घटना अपनी तरह की पहली घटना है, क्योंकि आतंकवादियों ने इससे पहले कभी भी पूरी ट्रेन पर हमला करने या उसमें सवार लोगों को बंधक बनाने का प्रयास नहीं किया था। पाकिस्तान की घटना को देखकर भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने भी इससे सबक लेने की सलाह दी है। दूसरी ओर दुनियाभर में इस घटना को लेकर चिंता जताई जा रही है साथ ही इस प्रकरण को एक नये उभरते खतरे के रूप में लिया जा रहा है।
हम आपको बता दें कि पाकिस्तानी रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी तभी मंगलवार दोपहर गुदलार और पीरू कोनेरी इलाकों के बीच उस पर गोलीबारी की गई। ‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। बीएलए ने एक बयान में चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तानी सेना ने कोई अभियान शुरू किया तो ‘‘सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।’’ हम आपको बता दें कि इस समूह पर पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया हुआ है।
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पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दोपहर करीब 1 बजे उन्हें सूचना मिली कि मुश्कफ के पास स्थित रेलवे सुरंग नंबर 8 के पास पनीर और पेशी रेलवे स्टेशनों के बीच ट्रेन पर हमला हुआ है। अधिकारियों ने कहा, “हथियारबंद लोगों ने इंजन पर रॉकेट दागे और गोलीबारी की, जिससे ट्रेन रुक गई। इंजन का ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया।” रिपोर्ट्स बताती हैं कि हमलावरों ने कई सुरक्षाकर्मियों को मार दिया और ट्रेन को हाईजैक कर लिया। इसके बाद उन्होंने यात्रियों की पहचान की जांच शुरू की और भागने से पहले कुछ यात्रियों को बंधक बना लिया। सूत्रों ने बताया कि स्वचालित हथियार और रॉकेट लांचर लेकर सशस्त्र हमलावरों का एक बड़ा समूह पहाड़ों में छिपा हुआ था। उन्होंने विस्फोटकों से रेलवे लाइन को भी नुकसान पहुंचाया।
हालांकि इलाके की सुदूरता के कारण बाधा उत्पन्न हुई, लेकिन सुरक्षा बलों ने कहा कि उन्होंने बंधकों को बचाने के लिए बोलन दर्रे के धादर इलाके में एक बड़ा अभियान चलाया। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में 16 आतंकवादी मारे गए हैं और कई अन्य घायल हो गए हैं। मुठभेड़ अभी जारी है। पाकिस्तानी मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि जब तक सभी यात्रियों को ट्रेन से नहीं निकाल लिया जाता, तब तक आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। बताया जाता है कि अन्य आतंकवादी कुछ यात्रियों को पहाड़ी इलाकों में ले गए हैं और सुरक्षा बलों ने अंधेरे में उनका पीछा किया। बताया जा रहा है कि बचाए गए यात्रियों में 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं तथा उन्हें एक अन्य ट्रेन से माच (पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कच्छी जिले का एक शहर) भेजा गया है। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने अंधेरे का सहारा लेकर भागने की कोशिश करने के लिए अब छोटे-छोटे समूह बना लिए हैं, लेकिन सुरक्षा बलों ने सुरंग को घेर लिया है और शेष यात्रियों को भी जल्द ही बचा लिया जाएगा।
इस बीच, बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि सुरक्षा बलों ने पहले एक डिब्बे से 80 यात्रियों- 43 पुरुष, 26 महिलाएं और 11 बच्चों – को छुड़ाने में कामयाबी हासिल की। हालांकि प्राधिकारियों ने कोई और ब्यौरा नहीं दिया है, लेकिन शाहिद रिंद ने बताया कि सुरंग में ट्रेन को रोके जाने की सूचना रेलवे प्राधिकारियों को मिलने के तुरंत बाद ही सैन्य टुकड़ियों सहित सुरक्षा बल उस दुर्गम इलाके में पहुंच गए थे जहां सुरंग स्थित है। पाकिस्तानी मीडिया ने उस सुरंग के पास भीषण गोलीबारी और विस्फोट की खबर दी है, जहां आतंकवादियों ने ट्रेन पर हमला किया। शाहिद रिंद ने कहा कि पेशावर जाने वाली यात्री ट्रेन पर ‘‘भीषण’’ गोलीबारी की खबरों के बीच बचाव दल को मौके पर भेजा गया है।
इस बीच, पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आपातकालीन डेस्क स्थापित किया है क्योंकि चिंतित रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पहुंच रहे हैं। हम आपको याद दिला दें कि पिछले वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से अधिक समय के निलंबन के बाद क्वेटा और पेशावर के बीच रेल सेवाएं बहाल करने की घोषणा की थी। जिस इलाके में ट्रेन को रोका गया है, वहां के जिला पुलिस अधिकारी राणा मोहम्मद दिलावर ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है, लेकिन ऐसी खबरें हैं कि आतंकवादियों ने कुछ महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन में करीब चार से पांच सरकारी अधिकारी सवार थे। पेशावर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी तारिक महमूद ने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हम आपको यह भी याद दिला दें कि पिछले वर्ष नवंबर में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 62 अन्य घायल हो गए थे जिसके बाद रेलवे ने कई सेवाएं निलंबित कर दी थीं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक ट्रेन पर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और बंधक बनाए गए लोगों को तत्काल रिहा किए जाने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जोर देकर कहा कि आम नागरिकों पर हमले अस्वीकार्य हैं। महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘महासचिव पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में ट्रेन का अपहरण किए जाने की कड़ी निंदा करते हैं।’’ बयान में कहा गया कि गुतारेस बंधक बनाए गए लोगों के बारे में बहुत चिंतित हैं और उनकी तत्काल रिहाई का आह्वान करते हैं।