पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अगले सप्ताह होने वाले एक बड़े सम्मेलन से पहले मंगलवार को अंतररराष्ट्रीय समुदाय से देश के बाढ़ पीड़ितों के लिए उदारतापूर्वक दान देने की भावुक अपील की।
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान की संयुक्त मेजबानी में सोमवार को होने जा रहे इस सम्मेलन का लक्ष्य पिछली गर्मी में अप्रत्याशित बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों के लिए धनराशि जुटाना है। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से यह अप्रत्याशित बाढ़ आयी थी।
इस विनाशकारी बाढ़ में 1739 लोगों की जान चली गयी थी और 3.3 करोड़ लोग उससे प्रभावित हुए थे। एक समय तो पाकिस्तान का एक तिहाई भाग पानी में डूब गया था।
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मंगलवार को बेघर लोगों की दुर्दशा की ओर विश्व का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया , क्योंकि उनमें से कई अब भी इस भयंकर सर्दी में खुले में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि दुनिया बाढ़ पीड़ितों को नहीं बिसारे।
संयुक्त राष्ट्र ने हाल में चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान के बाढ़ पीड़ितों के लिए अबतक जुटायी गयी धनराशि 15 जनवरी तक खत्म हो जाएगी क्योंकि इस वैश्विक संस्था ने पिछले अक्टूबर में पीड़ितों के लिए खाद्यान्न, दवाइयां और अन्य जरूरी वस्तुओं के वास्ते आपात सहायता के तौर पर जो 81.6 करोड़ डॉलर की मांग की थी, उसका एक तिहाई ही अबतक उसे मिला है।
बादिन से टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में भुट्टो-जरदारी ने कहा, ‘‘ निर्दोष पाकिस्तानियों की कोई गलती नहीं है, उन्होंने तो जलवायु की वजह से आयी बाढ़ की कीमत चुकायी है।’’
बादिन दक्षिणी सिंध प्रांत में बाढ से सबसे प्रभावित क्षेत्रों में एक है।