स्वीडन में पवित्र कुरान जलाने की घटना के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पेश एक ड्राफ्ट प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। 57 देशों के संगठन आईओसी की ओर से पाकिस्तान ने मसौदा प्रस्ताव पेश किया था। भारत ने भी इसका समर्थन किया है। ड्राफ्ट का शीर्षक ‘भेदभाव, शत्रुता या हिंसा को बढ़ावा देने वाली धार्मिक घृणा का मुकाबला करना’ है। 47 सदस्यीय परिषद में प्रस्ताव के पक्ष में 28 देश रहे। सात अनुपस्थित रहे और 12 देशों ने विरोध में वोट किया। बेल्जियम, ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, फिनलैंड ने प्रस्ताव के विरोध में वोट डाला।
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भारत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पेश किए गए एक मसौदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जो पवित्र कुरान के अपमान के हालिया “सार्वजनिक और पूर्वनिर्धारित” कृत्यों की निंदा करता है और दृढ़ता से खारिज करता है। जिनेवा स्थित 47-सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने मसौदा प्रस्ताव ‘भेदभाव, शत्रुता या हिंसा को बढ़ावा देने वाली धार्मिक घृणा का मुकाबला’ को अपनाया, जिसमें 28 सदस्यों ने पक्ष में मतदान किया, सात अनुपस्थित रहे और 12 देशों ने विरोध में मतदान किया।
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भारत ने उस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया जो पवित्र कुरान के अपमान के हालिया सार्वजनिक और पूर्व-निर्धारित कृत्यों की निंदा करता है और दृढ़ता से खारिज करता है, और धार्मिक घृणा के इन कृत्यों के अपराधियों को राज्यों के दायित्वों के अनुरूप जिम्मेदार ठहराने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने वालों में बांग्लादेश, चीन, क्यूबा, मलेशिया, मालदीव, पाकिस्तान, कतर, यूक्रेन और यूएई शामिल थे। प्रस्ताव के ख़िलाफ़ मतदान करने वाले देशों में बेल्जियम, फ़िनलैंड, फ़्रांस, जर्मनी, यू.के. और यू.एस. शामिल थे।
🔴BREAKING
The @UN🇺🇳 Human Rights Council adopted draft resolution L.23 (as orally revised) entitled “Countering religious hatred constituting incitement to discrimination, hostility or violence.”
Full results of the vote at #HRC53⤵ pic.twitter.com/RqQM7m1dBP
— United Nations Human Rights Council 📍 #HRC53 (@UN_HRC) July 12, 2023