पाकिस्तान के प्राधिकारियों ने सरकारी विमानन कंपनी ‘पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस’ (पीआईए) को बेचने के प्रयास पिछले साल विफल रहने के बाद इसकी बिक्री की नए सिरे से कोशिश करने का फैसला किया है।
नकदी संकट से जूझ रही पीआईए के निजीकरण पर वर्षों से विचार किया जा रहा है और इसके लिए 2024 में बोली लगाई गई थी लेकिन सरकार कोई बड़ा खरीदार आकर्षित करने में विफल रही और बोली लगाने वाली एकमात्र कंपनी ने मात्र 10 अरब रुपये की पेशकश की जिसे अस्वीकार कर दिया गया।
निजीकरण और निवेश मंत्री अब्दुल अलीम खान ने पिछले महीने कहा था कि पीआईए के निजीकरण का काम मई तक कर लिया जाएगा।
निजीकरण आयोग की बुधवार को हुई बैठक में अगले सप्ताह से बिक्री प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता आयोग के अध्यक्ष एवं निजीकरण पर प्रधानमंत्री के सलाहकार मोहम्मद अली ने की।
बयान में कहा गया, ‘‘पीआईएसीएल के पृथक्करण के लिए रुचि की अभिव्यक्ति का एक नया विज्ञापन अगले सप्ताह प्रकाशित करने की योजना है।’’ इसमें कहा गया कि ‘‘एजेंडे के शेष मदों पर विचार करने के लिए’’ बैठक की जाएगी।
पीआईए पिछले कई वर्षों से वित्तीय संकट से जूझ रही है। यह समस्या 2023 में तब सामने आई जब पीआईए के 7,000 कर्मचारियों को नवंबर 2023 का वेतन नहीं मिला। इससे पहले, यूरोपीय संघ ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण 2020 में पीआईए पर प्रतिबंध लगा दिया था।