पाकिस्तान के निवर्तमान गृह मंत्री मंत्री राणा सनाउल्लाह ने एक अमेरिकी प्रकाशन की उस खबर में इस्तेमाल किए गए स्रोत दस्तावेज की प्रामाणिकता निर्धारित करने के लिए जांच का आह्वान किया जिसमें पिछले साल इमरान खान की सरकार को गिराने की अमेरिकी साजिश के सबूत होने का दावा किया गया था।
सनाउल्लाह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘यह एक बहुत ही भयानक, विश्वासघाती और देशद्रोही कृत्य है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस कहानी में हालांकि कुछ भी नया नहीं है, लेकिन जानकारी या स्रोत दस्तावेज की प्रामाणिकता जानने के लिए जांच की जानी चाहिए।’’
सनाउल्लाह अमेरिका के एक ऑनलाइन समाचार संगठन ‘द इंटरसेप्ट’ में प्रकाशित एक खबर का जिक्र कर रहे थे, जिसमें दावा किया गया था ।
कि उस ‘‘गुप्त’’ को दस्तावेज प्राप्त कर लिया गया है, जो पूर्व प्रधानमंत्री खान के अनुसार, पिछले साल अप्रैल में उनकी सरकार के पतन का कारण बना था।
खान (70) वर्तमान में भ्रष्टाचार के एक मामले में अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद तीन साल की जेल की सजा काट रहे हैं।
दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक सचिव डोनाल्ड लू और पाकिस्तानी दूत असद मजीद खान सहित अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों के बीच एक बैठक का कथित साइफर (गुप्त राजनयिक केबल) में विवरण था।
खान ने आरोप लगाया था कि अमेरिका ने उन्हें अपदस्थ करने की साजिश रची थी। अमेरिका ने इन आरोपों का खंडन किया है और इन्हें आधारहीन बताया है।
वाशिंगटन में बुधवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह सकता कि यह वास्तविक पाकिस्तानी दस्तावेज है या नहीं। इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है।