पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत विभिन्न नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त किया।
जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को एक लाइलाज बीमारी से वर्षों तक जूझने के बाद दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार राष्ट्रपति अल्वी ने पूर्व राष्ट्रपति के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
बयान में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ के निधन पर दुख व्यक्त किया है।’’
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मुशर्रफ के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। दिवंगत आत्मा को शांति मिले।’’
पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली मूसा गिलानी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुशर्रफ मर चुके हैं…लोकतंत्र जिंदा है। मुशर्रफ के शासन ने न केवल मेरे पिता के जीवन के पांच वर्ष खराब हुए, बल्कि मेरे सहित कई लोगों का बचपन भी प्रभावित हुआ।’’
गिलानी को जनरल मुशर्रफ द्वारा नियुक्त एक ड्यूटी अधिकारी की अध्यक्षता वाली भ्रष्टाचार-विरोधी अदालत ने दोषी ठहराया था और उन्होंने लगभग छह साल जेल में बिताए थे।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (आईएसपीआर) ने एक बयान जारी कर कहा कि ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी’ के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद और सभी सेवाओं के प्रमुखों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।
बयान में कहा गया, ‘‘अल्लाह उनकी रूह को सुकून अता फरमाए और शोकसंतप्त परिवार को ताकत दें।’’
सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने भी पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर दुख जताया और शोकसंतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता एवं पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मुशर्रफ को ‘‘महान व्यक्ति’’ बताया और कहा कि उनकी विचारधारा हमेशा पाकिस्तान को आगे रखने की थी।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज इलाही ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और देश के प्रति मुशर्रफ की सेवाओं को भुलाया नहीं जा सकता।