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पाकिस्तान की शीर्ष भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से पूछताछ की

पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी निगरानी संस्था ने कई अरब रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जेल में पूछताछ की। सोमवार को मीडिया में इस बारे में खबर आई।
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने ‘डॉन’ अखबार को बताया कि भ्रष्टाचार रोधी निगरानी संस्था की टीम रविवार को अदियाला जेल में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख से पूछताछ करने पहुंची थी।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली जेल में हैं।
खबर के अनुसार, एनएबी की टीम ने अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में खान से दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की जिसमें वह 50 अरब रुपये के भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

अल-कादिर ट्रस्ट मामला करीब 50 अरब रुपये के लेन देन से जुड़ा है जिसे ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने एक पाकिस्तानी कारोबारी से वसूलने के बाद पाकिस्तान हस्तांतरित किया था।
खान उस वक्त प्रधानमंत्री थे और उन्होंने इस रकम को राष्ट्रीय कोषागार में जमा करने के बजाय कारोबारी को इस रकम को कुछ साल पहले उच्चतम न्यायालय द्वारा उस पर लगाए गए 450 अरब रुपये के जुर्माने के आंशिक भुगतान के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी।
कारोबारी ने इसके बदले खान एवं उनकी पत्नी बुशरा बीबी द्वारा गठित एक ट्रस्ट को पंजाब के झेलम जिले में सोहावा इलाके में अल-कादिर यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए करीब 57 एकड़ जमीन कथित रूप से उपहार में दी थी।
जवाबदेही ब्यूरो के अधिकारी मामले में पीटीआई प्रमुख की भूमिका की जांच के लिए 15 नवंबर से अदियाला जेल का दौरा कर रहे हैं।

आरोपी को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने एनएबी कानूनों के तहत परिभाषित भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण के अपराधों का संज्ञान लिया है।
मामले में खान की पत्नी बुशरा बीबी भी आरोपी हैं।
बुशरा बीबी को भेजे एनएबी के पूर्व के नोटिस में कहा गया है, ‘‘अवैध रूप से और बेईमानी से किए गए इस एहसान के बदले में ‘बहरिया टाउन लिमिटेड’ ने अल-कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट, जिसमें आप (बुशरा बीबी) न्यासियों में से एक हैं, को दान की आड़ में 458 कनाल भूमि, 28.5 करोड़ रुपये, इमारतें और अन्य प्रकार के भौतिक और मौद्रिक लाभ दिए। आपने बहरिया टाउन के साथ दान की पावती पर हस्ताक्षर किए।’’
खान पांच अगस्त से जेल में हैं जब उन्हें तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया था। सितंबर में उन्हें अटक जेल से अदियाला जेल भेज दिया गया था। पूर्व क्रिकेटर से नेता बने खान अप्रैल 2022 में विश्वासमत हार गए थे। पद और सत्ता से हटने के बाद से उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

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