पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी गिरफ्तारी से एक दिन पहले दावा किया था कि उनकी पार्टी अगले चुनाव में भारी जीत हासिल करेगी क्योंकि सेना समर्थित सरकार द्वारा प्रतिशोधात्मक कार्रवाई से उनकी पार्टी की लोकप्रियता बढ़ रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री खान (70) को शनिवार को उनके लाहौर के जमान पार्क निवास से गिरफ्तार किया गया था, जब इस्लामाबाद ट्रायल कोर्ट ने उन्हें सत्ता में रहने के दौरान महंगे सरकारी उपहारों की बिक्री पर भ्रष्टाचार के मामले में उनकी अनुपस्थिति में तीन साल जेल की सजा सुनाई थी।
खान ने शुक्रवार रात यूट्यूब पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ‘‘सैन्य प्रतिष्ठान और सरकार को डर है कि पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) चुनाव में जीत हासिल करेगी।
नौ मई की घटनाएं (सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला) एक बहाना हैं क्योंकि उन्होंने (सेना और सरकार) पहले ही मेरी पार्टी को कुचलने की योजना बना ली थी।’’
खान ने कहा, ‘‘जब पार्टी का वोट बैंक बढ़ रहा है तो आप इसे कैसे कुचलोगे?’’
पाकिस्तान की वर्तमान नेशनल असेंबली 12 अगस्त को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और पाकिस्तान के संविधान के प्रावधान के अनुरूप निर्धारित 60 दिनों के भीतर नया आम चुनाव कराया जाना चाहिए। लेकिन, अगर मौजूदा सरकार 12 अगस्त से पहले निचले सदन को भंग कर देती है तो चुनाव आगे टाले जा सकते हैं और 90 दिनों के भीतर कराए जा सकते हैं।
खान ने कहा कि अदालतें उनका कार्यालय बन गई हैं जहां वह रोजाना सुनवाई के लिए जाते हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली सरकार को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अब तक मैं अपने खिलाफ लगभग 200 मामलों में 350 सुनवाई में उपस्थित हुआ हूं…पीटीआई के कई नेताओं ने दबाव में पार्टी छोड़ दी।
वर्तमान में महिलाओं सहित लगभग 10,000 पार्टी नेता और कार्यकर्ता जेलों में हैं और उनमें से कई हिरासत में यातना का सामना कर रहे हैं।’’
खान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान में ‘‘अघोषित मार्शल लॉ’’ है और देश अंधकार युग की ओर बढ़ रहा है।
नौ मई को भ्रष्टाचार के एक मामले में अर्द्धसैनिक बल रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में अभूतपूर्व राष्ट्रव्यापी सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
नौ मई की हिंसा के बाद, सेना द्वारा समर्थित पुलिस ने पीटीआई पर कार्रवाई शुरू की और महिलाओं सहित 10,000 पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। सेना अधिनियम के तहत मुकदमे के लिए 100 से अधिक को सेना को सौंप दिया गया है।
खान सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों से संबंधित कई मामलों का भी सामना कर रहे हैं। फिलहाल उनके खिलाफ आतंकवाद, हत्या और ईशनिंदा से जुड़े 150 से ज्यादा मामले हैं। खान ने बृहस्पतिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘हमारे 75 साल के इतिहास में कभी भी किसी सरकार ने सिर्फ एक व्यक्ति और उसकी पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए हमारे लोकतंत्र, हमारी नागरिक स्वतंत्रता, हमारे धार्मिक, नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को खत्म करने की इतनी व्यापक कोशिश नहीं की। और इस प्रक्रिया में अर्थव्यवस्था और हमारे राज्य संस्थानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।