ततानिया ख्लापोवा के हाथ उस समय कांप उठे जब वह रूसी बमबारी में क्षतिग्रस्त हुए ओडेसा के ऐतहासिक कैथेड्रल का वीडियो रिकॉर्ड कर रही थीं और(बर्बादी देखकर) उनके मुंह से अपने मूल स्थान रूस के लिए केवल बददुआएं निकली।
ख्लापोवा का पालन पोषण यूक्रेन में हुआ और उनका हमेशा से समुद्र के किनारे बसे शहर में निवास करने का सपना था और उन्होंने कभी युद्ध शरणार्थी बनने का नहीं सोचा था।
महज एक सप्ताह के भीतर रूस ने ओडेसा इलाके में दर्जनों मिसाइलें दागी हैं जिनमें से एक ने ऐतिहासिक और यूक्रेन एवं रूस की संस्कृति के प्रतीक कैथेड्रल को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
यूक्रेन में 40 वर्षों से रह रहीं 50 वर्षीय ख्लापोवा ने कहा, ‘‘मैं खारकीव की शरणार्थी हूं। मैं नारकीय स्थान से यूक्रेन के मोती के नाम से चर्चित ओडेसा आई थी।’’
उन्होंने कहा कि यहां हम किसी भी शहर में एक सेकंड के लिए भी सुरक्षित नहीं हैं।
किसी भी क्षण, आप पर हमला किया जा सकता है और आपके शरीर चिथड़ों में तब्दील हो सकता है।’’
रूस से 1991 में यूक्रेन के आजाद होने के बाद से ओडेसा अपने लंबे, संघर्षपूर्ण इतिहास और अपनी सीमाओं को लेकर चर्चा में रहा है।
ओडेसा का नाम रूस की कुछ सबसे प्रतिष्ठित हस्तियों से जुड़ा हुआ है, जिनमें कैथरीन महान, लेखक लियो टॉलस्टाय और कवि अन्ना अख्मातोवा शामिल हैं।
ओडेसा की आधारभूत संरचना को रूस लगातार निशाना बना रहा है। पिछले सप्ताह किए गए हमले में पहली बार शहर के ऐतिहासिक हिस्से को निशाना बनाया गया।
ओडेसा के महापौर हेन्नादी तुर्कनोव ने रविवार को कैथेड्रल पर हमले के बाद रूस को संबोधित करते हुए आक्रोशित वीडियो संदेश जारी किया। वीडियो में दिख रहा है कि राहत कर्मी सतर्कता के साथ मलबे से कलाकृतियों को हटा रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप जानते हैं कि ओडेसा आपसे नफरत करता है तो बता दूं कि यह केवल नफरत नहीं करता बल्कि घृणा करता है। आप छोटे बच्चों, ऑर्थोडॉक्स चर्च से लड़ रहे हैं। आपके रॉकेट यहां तक कब्रगाहों पर गिर रहे हैं।
तुर्कनोव ने कहा, ‘‘आप हम ओडेसावासियों को नहीं जानते हैं। आप हमें तोड़ नहीं सकते बस आक्रोशित कर सकते हैं।