हेग में आयोजित ‘‘जन अदालत’’ ने सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन पर हमले के अपराध के लिए ‘मुकदमा’ चलाया।
किसी अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण की गैरमौजूदगी में ‘‘जवाबदेही’’ तय करने के लिए इस प्रतीकात्मक सुनवाई का आयोजन किया गया। इस ‘जन अदालत’ के पास कोई कानूनी शक्ति नहीं है लेकिन अभियोजकों ने कहा कि वे करीब एक साल पहले शुरू हुए हमले का आदेश देने में पुतिन के खिलाफ सबूत पेश करेंगे। युद्ध की वजह से हजारों लोग मारे गए हैं और कई शहर एवं कस्बे बर्बाद हो गए हैं।
अदालत के अभियोजकों में से एक कनाडा के वकील ड्रीयू व्हाइट ने कहा, ‘‘यह ऐसा अपराध है जो जवाबदेही की मांग करता है।’’
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने यूक्रेन में किए गए अपराधों की जांच शुरू कर दी है लेकिन उसके पास रूस के नेताओं के खिलाफ युद्ध के लिए मुकदमा चलाने का अधिकार नहीं है। हालांकि, अपराध को लेकर मुकदमा चलाने के लिए एक विशेष न्यायाधिकरण की स्थापना को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है।
यूरोपीय संघ की विधायिका ने जनवरी में एक गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव में 27 देशों के समूह ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए विशेष न्यायाधिकरण बनाने का आग्रह किया।
अधिकार समूह ‘सिनेमा फॉर पीस’, यूक्रेन के सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज ने इस ‘जन अदालत’ का आयोजन किया। इस ‘जन अदालत’ में एक सप्ताह तक रूस के खिलाफ सबूत प्रस्तुत किए जाएंगे।