23 अगस्त को पोलैंड से ही ट्रेन के जरिए पीएम मोदी यूक्रेन पहुंचे। उसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलदोमीर जेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखकर बात करते तस्वीर मीडिया में तेजी से वायरल होने लगी। युद्ध के दौर में पीएम मोदी ने यूक्रेन के अपने दौरे से पहले ही शांति के संदेश की पटकथा लिख दी थी, जब उन्होंने पोलैंड की धरती से अपने संबोधन में साफ कर दिया था कि भारत बुद्ध की विरासत वाली धरती है जो युद्ध नहीं शांति की नीति पर चलता है। ऐसे में पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे पर दुनिया की निगाहें टिकी हुई है। वहीं अब पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे को लेकर संयुक्त राष्ट्र की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
इसे भी पढ़ें: Ukraine National Museum पहुंच भावुक हुए PM मोदी, जेलेंस्की बोले- हर देश में बच्चे सुरक्षा में रहने के हकदार
संयुक्त राष्ट्र महासचिव को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा युद्ध को समाप्त करने में योगदान देगी। उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने युद्ध के बीच प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर कहा कि हमने कई राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों को इस क्षेत्र की यात्रा करते देखा है (और) हमें उम्मीद है कि ये सभी यात्राएं हमें और करीब लाएंगी। महासभा ने कम से कम तीन प्रस्तावों में रूसी आक्रमण को रोकने और एक अन्य में यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर हमलों को रोकने की मांग की है। भारत ने प्रस्तावों पर रोक लगा दी है।
इसे भी पढ़ें: Zelensky के कंधे पर हाथ रख PM मोदी ने कर दिया क्या ऐलान, हिल जाएगी पूरी दुनिया
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को यूक्रेन जाने वाले हैं जहां उन्हें राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात करनी है। कीव यात्रा पिछले महीने उनकी रूस यात्रा के बाद हो रही है, जहां उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह यूक्रेन और रूस के बीच संदेश देंगे। प्रधानमंत्री मोदी की मास्को यात्रा के अंत में एक भारत-रूस संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने दोनों पक्षों के बीच बातचीत और कूटनीति के माध्यम से यूक्रेन के आसपास संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला।