अमेरिका की राजकीय यात्रा पर पहुँचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाशिंगटन में भव्य स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर स्वागत के बाद जब प्रधानमंत्री अपने होटल पहुँचे तो वहां भारतीय अमेरिकियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन पहुँचने के तुरंत बाद अमेरिकी उद्योगपतियों से मुलाकातें भी शुरू कर दीं ताकि भारत में ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित किया जा सके। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन ने अलेक्जेंड्रिया, वर्जीनिया में नेशनल साइंस फाउंडेशन का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि मुझे यहां आते ही इतने युवा और क्रिएटिव लोगों से जुड़ने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि जिल बाइडेन ने इतना व्यस्त होने के बावजूद इस कार्यक्रम का आयोजन किया, मैं इसके लिए आभारी हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना हम सभी का दायित्व है, इस उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा, स्कीम, इनोवेशन आवश्यक है और भारत में हमने इस दिशा में कई प्रयास किए हैं।
मोदी ने दिये महत्वपूर्ण उपहार
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। व्हाइट हाउस पहुँचते ही प्रधानमंत्री की अगवानी करने के लिए जो बाइडेन अपनी पत्नी के साथ पहुँचे। इस दौरान दोनों ही नेता बड़ी गर्मजोशी के साथ एक दूसरे से मिले। बाइडेन हाथ पकड़ कर मोदी को व्हाइट हाउस में ले गये जहां शुरुआती बातचीत के बाद प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को भारत से लाये उपहार सौंपे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिल बाइडेन को प्रयोगशाला में विकसित 7.5 कैरेट का ग्रीन डायमंड उपहार में दिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दिए गए बॉक्स में 99.5% शुद्ध और हॉलमार्क वाला चांदी का सिक्का भी है जिसे राजस्थान के कारीगरों द्वारा सौंदर्यपूर्ण ढंग से तैयार किया गया है और इसे रौप्यदान (चांदी का दान) के रूप में पेश किया गया है। इसमें लवंदन (नमक का दान) के लिए गुजरात का लवन या नमक अर्पित किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दिए गए बॉक्स में दस दान राशि हैं- गौदान (गाय का दान) के लिए गाय के स्थान पर पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा एक नाजुक हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया है। भूदान (भूमि का दान) के लिए भूमि के स्थान पर मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा दिया गया है। तिलदान (तिल के बीज का दान) के लिए तमिलनाडु से लाए गए तिल या सफेद तिल के बीज चढ़ाए गए हैं। राजस्थान में हस्तनिर्मित, यह 24K शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान) के रूप में पेश किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक विशेष चंदन का डिब्बा भेंट किया, जिसे जयपुर के एक मास्टर शिल्पकार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है। इसपर मैसूर से प्राप्त चंदन में जटिल रूप से नक्काशीदार वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन के फेबर एंड फेबर लिमिटेड द्वारा प्रकाशित और यूनिवर्सिटी प्रेस ग्लासगो में मुद्रित पुस्तक ‘द टेन प्रिंसिपल उपनिषद’ के पहले संस्करण की एक प्रति भी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दी।
इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन ने PM मोदी को 20वीं सदी की शुरुआत की एक हस्तनिर्मित, प्राचीन अमेरिकी पुस्तक गैली भेंट की। राष्ट्रपति बाइडेन ने PM मोदी को एक विंटेज अमेरिकी कैमरा भी उपहार में दिया, जिसके साथ जॉर्ज ईस्टमैन के पहले कोडक कैमरे के पेटेंट का एक अभिलेखीय प्रतिकृति प्रिंट और अमेरिकी वन्यजीव फोटोग्राफी की एक हार्डकवर पुस्तक भी है। जिल बाइडेन ने PM मोदी को ‘कलेक्टेड पोयम्स ऑफ रॉबर्ट फ्रॉस्ट’ की हस्ताक्षरित, प्रथम संस्करण की प्रति भी उपहार में दी।
व्हाइट हाउस के अनुसार, प्रधानमंत्री के आगमन के बाद हुई बातचीत के दौरान राष्ट्रपति, प्रथम महिला और प्रधानमंत्री ने भारत को समर्पित संगीत का भी आनंद उठाया। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और उनके भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल भी इस मौके पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मैं राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन का आज व्हाइट हाउस में मेजबानी के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। हमने कई विषयों पर बातचीत की।’’ हम आपको बता दें कि बाइडन दंपती व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में प्रधानमंत्री मोदी के लिए राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे, जिसमें 400 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी आज अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत
हम आपको यह भी बता दें कि बुधवार को मोदी न्यूयॉर्क से वाशिंगटन पहुंचे। जहां लगातार बारिश के बीच उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। रेनकोट पहने प्रधानमंत्री दोनों देशों के राष्ट्रगान के लिए खड़े हुए। हवाई अड्डे से मोदी उस होटल तक गए जहां प्रवासी भारतीय सदस्य उनका इंतजार कर रहे थे। वाशिंगटन के फ्रीडम प्लाजा में मोदी का स्वागत करने के लिए बारिश के बीच प्रवासी भारतीय भी मौजूद थे। समुदाय के कुछ सदस्यों ने वाशिंगटन डीसी में होटल के बाहर गरबा और अन्य लोक नृत्यों सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। रंग-बिरंगे परिधानों में कुछ प्रवासी सदस्य भारतीय झंडे लिए हुए थे और ‘मोदी-मोदी’ तथा ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। मोदी ने होटल में उत्साही समर्थकों से थोड़ी देर बातचीत की और उनमें से कुछ को ऑटोग्राफ दिए।
प्रधानमंत्री के रात्रिभोज का मेन्यू
इस बीच, अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन ने प्रधानमंत्री को दिये जाने वाले रात्रिभोज के ‘मेन्यू’ का पूर्वावलोकन करते हुए कहा, ”हम उन परिवारों तथा दोस्ती का जश्न मना रहे हैं जो दुनिया भर में बसे हैं और जो दोनों देशों के बीच संबंधों को महसूस करते हैं।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए व्हाइट हाउस में आयोजित रात्रिभोज में आमंत्रित 400 मेहमानों के लिए ‘मेन्यू’ में मैरीनेट किया हुआ बाजरा, मकई का सलाद और भरवां मशरूम शामिल हैं। जिल बाइडन ने बताया प्रधानमंत्री मोदी शाकाहारी हैं, इसलिए उन्होंने शाकाहारी व्यंजनों में माहिर शेफ नीना कर्टिस को व्हाइट हाउस के कर्मचारियों के साथ काम करने और एक शानदार शाकाहारी ‘मेन्य’ तैयार करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि मेहमानों के लिए भोजन में मछली का विकल्प भी रखा गया है। प्रथम महिला ने कहा कि मेहमान साउथ लॉन में आएंगे, जहां हर मेज पर हरे और केसरिया रंग के फूल लगाए जाएंगे, जो भारत के झंडे के रंग हैं। उन्होंने कहा, ”हर शानदार और विशिष्ट इंतजाम होंगे। हमें उम्मीद है कि अतिथि भी यह महसूस कर पाएंगे कि मेज खास उन्हीं के लिए सजाई गई है। रात्रिभोज के बाद ग्रैमी पुरस्कार विजेता जोशुआ बेल प्रस्तुति देंगे।’’ जिल बाइडन ने कहा कि उनकी प्रस्तुति के बाद पेनसिलवेनिया विश्वविद्यालय का समूह ‘पेन मसाला’ भारतीय संगीत से प्रेरित गीतों पर प्रस्तुति देगा। राजकीय रात्रिभोज में पहले नाश्ते के रूप में मैरीनेटेड बाजरा, ग्रिल्ड मकई के दाने का सलाद, तरबूज और एक तीखा एवोकैडो सॉस परोसा जाएगा। मुख्य भोजन में भरवां पोर्टोबेलो मशरूम और एक मलाईदार केसर-युक्त रिसोट्टो शामिल है। मीठे में गुलाब और इलायची वाले स्ट्रॉबेरी शॉर्टकेक और अन्य व्यंजन शामिल हैं। कैलिफोर्निया की शेफ कर्टिस ने कहा, ‘‘प्रथम महिला के साथ काम करना और उनकी पाक कला को समझना व उसके अनुरूप व्यंजन तैयार करना वास्तव में खुशी की बात है… हमने एक ऐसा ‘मेन्यू’ तैयार किया है जो वास्तव में अमेरिकी व्यंजनों का दर्शाता है, जिसमें भारतीय स्वाग का तड़का लगाया गया है।’’ शेफ ने कहा, ”हम इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि भारत अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष मनाने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है। हमने अपने ‘मेन्यू’ में मैरीनेटेड बाजरा और भारतीय व्यंजन से जुड़़े तत्वों को शामिल किया है।’’
अमेरिकी एनएसए का बयान
इस बीच, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक महत्वपूर्ण बयान में कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी बातचीत के दौरान मानवाधिकारों के बारे में अमेरिका की चिंताओं को उठा सकते हैं, लेकिन वह इस मुद्दे पर उन्हें कोई ‘‘नसीहत’’ नहीं देंगे। दरअसल, अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने बाइडन को पत्र लिखकर उनसे मोदी के समक्ष ‘‘चिंता वाले मुद्दे’’ को उठाने तथा दोनों देशों के बीच मजबूत एवं दीर्घकालिक संबंध सफल बनाने के लिए जरूरी सभी मुद्दों पर चर्चा करने का आग्रह किया था जिसके बाद सुलिवन का यह बयान सामने आया है।