Breaking News
-
सेना ने अपनी तैयारियों को मजबूत करने और क्षेत्र में एक मजबूत उपस्थिति बनाए रखने…
-
हालिया रिलीज फिल्म पुष्पा 2 जिसने देख ली वो तो इसकी बातें कर ही रहा…
-
थाईलैंड 1 जनवरी, 2025 से भारत में एक इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण (ईटीए) प्रणाली शुरू करेगा।…
-
भारतीय रेलवे पूरे नेटवर्क में यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सभी प्रयास…
-
दिल्ली की मुख्यमंत्री और कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक आतिशी मार्लेना या केवल आतिशी के…
-
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के शतक के बावजूद भारत को तीसरे और अंतिम महिला एकदिवसीय…
-
दक्षिणी चीन के शेनझेन शहर के एक समृद्ध इलाके में एक आवासीय ऊंची इमारत में…
-
Bollywood Wrap Up | 1000 करोड़ के क्लब में Pushpa 2 की धांसू एंट्री, Kartik…
-
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को नेतृत्व परिवर्तन…
-
Google ने 2024 के लिए अपनी सबसे ज़्यादा सर्च की गई फ़िल्मों और वेब शो…
ढाका । बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी कट्टर प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान को लंदन से वापस लाने और उनके खिलाफ अदालत के फैसले को क्रियान्वित करने के लिए अपनी सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराया है। अपनी मां खालिदा जिया के 2018 में जेल जाने के बाद बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के अध्यक्ष पद को संभालने वाले रहमान उन्हें छह साल पहले सजा सुनाए जाने के बाद से ही लंदन में रह रहे हैं। यह सजा रहमान की अनुपस्थिति में सुनाई गई थी। बांग्लादेश की एक अदालत ने फैसला सुनाया है कि रहमान ने हसीना की उपस्थिति वाली एक चुनावी रैली पर घातक ग्रेनेड हमले की साजिश रची। इस मामले में दोषी ठहराए गए रहमान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
हालांकि, 56 वर्षीय रहमान का कहना है कि यह आरोप ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ के कारण लगाए गए है। प्रधानमंत्री हसीना ने रविवार को कहा, ‘‘जो लोग हमले करेंगे और लोगों को जलाएंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। वे चाहे कुछ भी कर लें, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे, यह स्पष्ट है। जो लोगों को नुकसान पहुंचाएंगे उनके खिलाफ हमारी कार्रवाई जारी रहेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब एकमात्र काम दोषी (तारिक रहमान) को वापस लाना है। दोषी जहां भी रहेगा, उसे वहां से लाया जाएगा और उसे सजा भुगतनी होगी।’’ हसीना ने कहा, ‘‘हमने ब्रिटेन की सरकार के साथ पहले ही चर्चा कर ली है ताकि वे भगोड़े दोषी को उसकी सजा पर अमल करने के लिए हमारे पास वापस भेज दें।