ला पाज। पोप फ्रांसिस ने अपने शीर्ष यौन अपराध जांचकर्ताओं में से एक को ऐसे समय में बोलीविया भेजा है, जब यहां पादरियों से जुड़े बाल यौन शोषण कांड को लेकर कोहराम मचा है।
गिराजाघर के ‘डिकेस्ट्री फॉर द डॉक्टरेन ऑफ द फेथ’ के प्रमुख सदस्यों में से एक मोनसिग्नोर जोर्डी बर्टोमु बोलीविया पहुंचे हैं।
बोलीवियन एपिस्कोपल कॉन्फ्रेंस के अनुसार, बर्टोमू की यात्रा सीधे तौर पर हाल के यौन शोषण के आरोपों से संबंधित नहीं है, बल्कि वेटिकन की ‘‘रोकथाम की रणनीति के क्षेत्र में हुई प्रगति’’ का पता लगाने के लिए यह पहले से ही निर्धारित थी।
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बर्टोमू पैराग्वे से बोलीविया पहुंचे, जहां वे गिरजाघर के अधिकारियों के खिलाफ इसी तरह के आरोपों की जांच कर रहे थे। 2018 में उन्होंने चिली में नाबालिगों के खिलाफ पादरियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की जांच का भी नेतृत्व किया था।
स्पेन के जेसुइट अल्फोंसो पेडराजस पर दुर्व्यवहार के आरोप लगने के तत्काल बाद बर्टोमू बेलीविया पहुंचे हैं।
स्पेन के समाचार पत्र ‘एल पेस’ को मिली एक निजी डायरी के अनुसार, पेडराजस ने 1970 और 1980 के दशक में बोलीविया के कैथोलिक बोर्डिंग स्कूलों में करीब 85 नाबालिगों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया।
पेडराजस का 2009 में कैंसर से निधन हो गया था।