21 मई 2009 को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई या लिट्टे) के संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरण को श्रीलंका की सेना ने मौत के घाट उतार दिया था। लेकिन अब वर्ल्ड तमिल फेडरेशन के अध्यक्ष पाझा नेदुमारन ने लिब्रेशन टाइगर्स ऑफ तमिल इलम के प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरण को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। प्रसिद्ध तमिल राष्ट्रवादी नेता पाझा नेदुमारन ने सोमवार को दावा किया कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल एलम (लिट्टे) के नेता वेलुपिल्लई प्रभाकरन जीवित हैं और जल्द ही सार्वजनिक रूप से दिखाई देंगे।
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पाझा नेदुमारन ने दावा करते हुए कहा, “अंतर्राष्ट्रीय (राजनीतिक) स्थिति और राजपक्षे शासन को गिराने के लिए लंका के लोगों के उदय के साथ हमारे नेता के उभरने के लिए उपयुक्त स्थिति पैदा हुई है। पाझा ने कहा कि मैं इस बात की गारंटी दे सकता हूं कि राष्ट्रीय तमिल नेता प्रभाकरण अभी भी जिंदा हैं। उन्होंने बताया कि वो इस बात की जानकारी प्रभाकरण के परिवार की सहमति लेने के बाद ही लोगों तक पहुंचा रहे हैं। पाझा नेदुमारन ने यह भी कहा कि वह जल्द ही थमिज़िज़हम लोगों को मुक्त करने की योजना की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक लिट्टे शक्तिशाली था, तब तक उन्होंने श्रीलंका में अपने कब्जे वाले क्षेत्रों में भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण किसी भी ताकत को पैर जमाने की अनुमति नहीं दी।
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तमिल राष्ट्रवादी नेता ने कहा कि चीन भारत के खिलाफ शत्रुता पैदा करने का प्रयास कर रहा है और बीजिंग ने हिंद महासागर पर नियंत्रण कर लिया है और भारत सरकार से इसे रोकने का आग्रह किया है। नेदुमारन ने कहा कि प्रभाकरन जल्द ही श्रीलंका में ईलम तमिलों की सुबह के लिए एक योजना की घोषणा करने के लिए तैयार थे। उन्होंने श्रीलंका और दुनिया के अन्य हिस्सों में तमिलों से एक साथ खड़े होने और प्रभाकरन को अपना पूरा समर्थन देने की अपील की। बता दें कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (लिट्टे ) नामक संगठन की जिसे इसके सदस्य और समर्थक तो आंदोलनकारी संगठन बताते हैं, लेकिन भारत, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड समेत दुनिया के 32 देशों ने इसे आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है।