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रूस के खिलाफ ‘असली युद्ध’ छेड़ा गया : President Putin

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को मॉस्को के ‘रेड स्क्वायर’ पर अपने देश की विजय दिवस परेड में कहा कि पश्चिम ने रूस के खिलाफ “एक असली युद्ध” छेड़ा है।
इससे कुछ समय पहले ही रूसी बलों ने यूक्रेन में दुश्मन के ठिकानों पर क्रूज मिसाइलों से हमला किया।
द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजी जर्मनी को हराने की स्मृति में होने वाली वार्षिक परेड में पुतिन ने कहा, “आज सभ्यता एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर है। हमारी मातृभूमि के खिलाफ एक वास्तविक युद्ध छेड़ा गया है।”
रूस ने 14 महीने से अधिक समय पहले अपने पड़ोसी पर आक्रमण किया था और पुतिन तब से बार-बार यूक्रेन में युद्ध को पश्चिम के साथ छद्म संघर्ष के रूप में रेखांकित करते रहे हैं।

क्रेमलिन के युद्ध के आधिकारिक विमर्श ने पश्चिम के साथ अस्तित्व की लड़ाई की तस्वीर पेश की है, जो मॉस्को के मुताबिक यूक्रेन का इस्तेमाल रूस को बर्बाद करने, इतिहास को फिर से लिखने तथा पारंपरिक मूल्यों को खत्म करने के लिये कर रहा है। रूसी सरकारी मीडिया में भी युद्ध का यह विमर्श हावी रहा है।
अपने भाषण में, पुतिन ने कहा कि पश्चिम की “महत्वाकांक्षाएं, और अहंकार ” संघर्ष के लिए जिम्मेदार हैं।
उन्होंने परेड में मौजूद उन सैनिकों का स्वागत किया जो यूक्रेन में जंग लड़ रहे हैं। पुतिन ने अपने संबोधन के समापन में कहा, “रूस के लिये। हमारी बहादुर सशस्त्र सेनाओं के लिए। जीत के लिये।”

मॉस्को परेड शुरू होने से कुछ घंटे पहले रूस ने कल रात यूक्रेन पर क्रूज मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमला किया। इस साल परेड कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हो रही है।
यूक्रेन की वायुसेना के मुताबिक, रूसी बलों ने यूक्रेन पर बीती रात 25 क्रूज मिसाइलें दागीं। उसने बताया कि वायुरक्षा प्रणाली ने उनमें से 23 को नष्ट कर दिया।
मॉस्को के ‘रेड स्क्वायर’ पर मंगलवार को लगभग आठ हजार सैनिकों ने परेड में हिस्सा लिया और यह 2008 के बाद से सबसे कम संख्या है।
पुतिन ने कहा, ‘‘हमारे महान पूर्वजों ने साबित कर दिया कि हमारी एकता से अधिक मजबूत, अधिक शक्तिशाली और अधिक विश्वसनीय कुछ भी नहीं है। मातृभूमि के लिए हमारे प्यार से ज्यादा मजबूत दुनिया में कुछ भी नहीं है।’’

इस बीच पोलैंड में रूस के राजदूत के मार्ग को अवरुद्ध करने की जानकारी सामने आई है। रूसी राजदूत मंगलवार को रूस के विजय दिवस की छुट्टी पर सोवियत सैनिकों के वारसॉ स्मारक पर माल्यार्पण करना चाहते थे।
इस बीच पोलैंड में रूस के राजदूत के मार्ग को अवरुद्ध करने की जानकारी सामने आई है। रूसी राजदूत मंगलवार को रूस के विजय दिवस की छुट्टी पर सोवियत सैनिकों के वारसॉ स्मारक पर माल्यार्पण करना चाहते थे।
पोलैंड में रूस के राजदूत के मार्ग को अवरुद्ध करने की जानकारी सामने आई है। रूसी राजदूत मंगलवार को रूस के विजय दिवस की छुट्टी पर सोवियत सैनिकों के वारसॉ स्मारक पर माल्यार्पण करना चाहते थे।

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