रूस की एक अदालत ने देशद्रोह और यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के बारे में ‘‘भ्रामक सूचना’’ फैलाने के आरोप में एक प्रमुख विपक्षी कार्यकर्ता के खिलाफ सोमवार को मुकदमा शुरू किया।
व्लादिमीर कारा-मुर्जा जूनियर नामक विपक्षी कार्यकर्ता पर आरोप है कि उन्होंने कई पश्चिमी देशों में अपने सार्वजनिक संबोधनों में रूसी सरकार की आलोचना की है।
मास्को की एक अदालत में बंद दरवाजों के भीतर शुरू हुई सुनवाई के दौरान कारा-मुर्जा जूनियर ने खुद को निर्दोष बताया।
देशद्रोह और भ्रामक सूचना फैलाने के मामले में दोषी पाए जाने पर उन्हें 25 साल तक जेल की सजा हो सकती है।
कारा-मुर्जा जूनियर के वकील वादिम प्रोखोरोव ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित करार दिया है।
कारा-मुर्जा जूनियर यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के बारे में ‘‘भ्रामक सूचना’’ फैलाने के आरोप में पिछले साल अप्रैल से ही जेल में बंद हैं। उन पर अमेरिका के एरिजोना में अपने एक संबोधन में यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान की आलोचना करने का आरोप है। जांच अधिकारियों ने हिरासत में रहने के दौरान उनके खिलाफ राजद्रोह के आरोप भी लगाए हैं।