प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में ताजा अपडेट क्या है? यूएई में युद्धविराम को लेकर जो वार्ता चल रही है क्या उसमें किसी प्रकार की सफलता मिलने की उम्मीद है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि यूक्रेन के साथ रूस 30 दिन के युद्धविराम पर सहमत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए कहा है कि मॉस्को को इसे स्वीकार करने के लिए राजी करना अमेरिका पर निर्भर है।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि अमेरिका और यूक्रेन के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को सऊदी अरब के जेद्दा में वार्ता की। वार्ता के दौरान रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से अधिक समय से जारी युद्ध को समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें 30 दिन के युद्धविराम को स्वीकार करने का संकेत दिया गया। उन्होंने कहा कि जेद्दा में घोषणा के तुरंत बाद ट्रंप ने कहा कि कुछ समय पहले यूक्रेन ने युद्धविराम पर सहमति जताई थी। अब हम रूस से संपर्क करने जा रहे हैं और उम्मीद है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस पर सहमत होंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने कहा कि अगर हम रूस को राजी कर लेते हैं, तो यह बहुत बढ़िया होगा। अगर हम ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो हम लगातार इस संबंध में प्रयास करते रहेंगे क्योंकि युद्ध में लोग मारे जा रहे हैं।
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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि ट्रंप ने रूस के साथ जल्द होने वाली बैठकों के बारे में भी बात की जो उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के संदर्भ में था, जिनके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के लिए मॉस्को जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि अमेरिकी पक्ष उनके देश के तर्कों को समझता है और उनके प्रस्तावों पर विचार करता है। उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों की टीम के बीच रचनात्मक बातचीत के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की ने जेद्दा से घोषणा के कुछ घंटों बाद कहा कि यूक्रेन इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार है। हम इसे एक सकारात्मक कदम के रूप में देखते हैं और इसे करने के लिए तैयार हैं। अब, रूस को भी ऐसा करने के लिए राजी करना अमेरिका पर निर्भर है। अगर रूस सहमत होता है, तो युद्धविराम तुरंत प्रभावी हो जाएगा।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस बारे में एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसका लिखित विवरण उनके आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर भी पोस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि आज की वार्ता के दौरान अमेरिकी पक्ष ने एक और भी बड़ा पहला कदम उठाने का प्रस्ताव रखा- 30 दिन का पूर्ण अंतरिम युद्धविराम, जिससे न केवल काला सागर में, बल्कि समूचे अग्रिम मोर्चे पर मिसाइल, ड्रोन और बम हमले रुकेंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन की स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट है। यूक्रेन इस युद्ध की शुरुआत से ही शांति की बात करता रहा है और हम इसे जल्द से जल्द तथा विश्वसनीय तरीके से हासिल करने के लिए सबकुछ करना चाहते हैं ताकि युद्ध की वापसी न हो। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की ने उन तीन प्रमुख बिंदुओं के बारे में भी बात की जो उनकी टीम ने जेद्दा में अमेरिकियों के साथ बैठक के दौरान प्रस्तावित किए थे। उन्होंने कहा कि ये तीन प्रमुख बिंदु हैं- आसमान में शांति यानी मिसाइल हमलों, बमों और लंबी दूरी के ड्रोन हमलों को रोकना; समुद्र में शांति तथा इस पूरी स्थिति में वास्तविक विश्वास-निर्माण के कदम, जिस बारे में कूटनीति जारी है और जिसका मुख्य रूप से आशय युद्धबंदियों एवं बंदियों (सैन्य और नागरिक दोनों) की रिहाई तथा यूक्रेनी बच्चों की वापसी से है, जिन्हें जबरन रूस स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि हालांकि रूस की ओर से इस बारे में अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस बीच, जेद्दा से घोषणा आने के तुरंत बाद ट्रंप सरकार ने यूक्रेन के साथ सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने पर लगा अपना निलंबन हटा लिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम एक सप्ताह पहले युद्ध को समाप्त करने के बारे में बातचीत के लिए जेलेंस्की को मजबूर करने के एक स्पष्ट प्रयास में उठाया गया था।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि जहां तक युद्ध क्षेत्र की बात है तो उसमें ताजा अपडेट यह है कि यूक्रेनी सेना ने पिछले 24 घंटों में 64 ड्रोन और 54 गोला-बारूद का उपयोग करके रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में 12 नगर पालिकाओं पर हमला किया है, लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इसके अलावा रूस ने यूक्रेन के कुर्स्क में पांच गांवों पर फिर से कब्ज़ा करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि रूस द्वारा यह बढ़त मॉस्को द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद सामने आई है कि उसके सैनिकों ने कुर्स्क में 12 और बस्तियों पर फिर से कब्ज़ा कर लिया है- जो 100 वर्ग किलोमीटर (38.6 वर्ग मील) में फैली हुई हैं, जहाँ अगस्त 2024 में यूक्रेनी सैनिकों ने आश्चर्यजनक हमला किया था। उन्होंने कहा कि क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है कि हमारी सेना द्वारा दी गई जानकारी से पता चलता है कि हमारे सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं, और उन क्षेत्रों को मुक्त करा रहे हैं जो आतंकवादियों के नियंत्रण में थे।