रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच में चीन की यात्रा पर पहुँचे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूरी तैयारी के साथ बीजिंग गये थे। पुतिन के चीन दौरे की जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें उनके साथ रूसी अधिकारियों को परमाणु ब्रीफकेस हाथ में लिये हुए देखा गया है। हम आपको बता दें कि इस ब्रीफकेस के जरिये ही जरूरत पड़ने पर किसी पर परमाणु हमले का आदेश दिया जा सकता है। पुतिन पहले भी यूक्रेन को परमाणु हमले से सावधान कर चुके हैं और अब उनके अधिकारियों के हाथ में परमाणु ब्रीफकेस दर्शा रहा है कि जरूरत पड़ने पर पुतिन जरा भी चूकेंगे नहीं। हम आपको बता दें कि यह तस्वीरें तब सामने आईं जब बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक के बाद पुतिन को सुरक्षा घेरे में जाते हुए देखा गया। इस दौरान पुतिन के पीछे दो वर्दीधारी नौसैनिक अधिकारी चल रहे थे। इनमें से एक अधिकारी एक ब्रीफकेस लिए हुए थे। कैमरा ब्रीफकेस पर ज़ूम करता है तो सारा सच सामने आ जाता है।
हम आपको बता दें कि रूस का परमाणु ब्रीफ़केस पारंपरिक रूप से नौसेना अधिकारी द्वारा ही ले जाया जाता है। “चेगेट” के नाम से जाना जाने वाला यह ब्रीफकेस हर समय रूसी राष्ट्रपति के पास ही रहता है लेकिन इसे शायद ही कभी फिल्माया जाता है। इस वायरल हो रही फुटेज के बारे में रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए ने कहा, “कुछ ऐसे सूटकेस हैं जिनके बिना पुतिन की कोई भी यात्रा पूरी नहीं होती है।” हम आपको यह भी बता दें कि पुतिन की रूस यात्रा से जुड़ी कुछ और वीडियो फुटेज वायरल हो रही हैं। इनमें से एक क्लिप में पुतिन नौसेना अधिकारियों के साथ बीजिंग में एक बैठक से बाहर निकलते हैं और सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए मुस्कुरा रहे हैं।
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बताया जाता है कि परमाणु ब्रीफ़केस एक सुरक्षित संचार उपकरण है जो राष्ट्रपति को उनके सैन्य शीर्ष अधिकारियों से जोड़ता है और फिर अत्यधिक गुप्त “कज़बेक” इलेक्ट्रॉनिक कमांड-एंड-कंट्रोल नेटवर्क के माध्यम से रॉकेट बलों से जोड़ता है। वर्तमान में रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के पास भी परमाणु ब्रीफकेस है। 2019 में रूस के ज़्वेज़्दा टेलीविज़न चैनल की फ़ुटेज में भी बटनों की श्रृंखला वाले ऐसा ब्रीफकेस दिखाया गया था। बताया जाता है कि इसमें “कमांड” नामक सेक्शन में दो बटन हैं- एक सफेद “लॉन्च” बटन और एक लाल “रद्द करें” बटन। बताया जाता है कि ब्रीफकेस एक विशेष फ्लैशकार्ड द्वारा सक्रिय होता है। हम आपको यह भी बता दें कि रूस के पूर्व राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन द्वारा इस्तेमाल किए गए परमाणु ब्रीफकेसों में से एक येकातेरिनबर्ग के येल्तसिन संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है।
हम आपको यह भी बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पास भी ऐसा ही एक उपकरण है जिसे “परमाणु फुटबॉल” कहा जाता है। मान लीजिये कि अमेरिकी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में मौजूद नहीं हैं और वह कहीं बाहर से ही किसी देश पर परमाणु हमले का आदेश देते हैं। ऐसे में उन्हें अपने आदेश को प्रमाणित करने की जरूरत होगी। अमेरिका परमाणु हमला करने से पहले जानना चाहेगा कि यह आदेश राष्ट्रपति ने ही दिया है या नहीं। इसलिए उनके पास बैग में कुछ कोड रखे जाते हैं जिसे वह पढ़कर यह प्रमाणित कर सकते हैं कि परमाणु मिसाइलों को लॉन्च करने का आदेश उन्होंने ही दिया है।
बहरहाल, हम आपको यह भी बता दें कि रूस की संसद ने व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि के अनुसमर्थन को रद्द करने की दिशा में इसी सप्ताह मंगलवार को अहम कदम उठाया और अमेरिका को चेतावनी दी कि मॉस्को इस समझौते को पूरी तरह से छोड़ भी सकता है।