राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गुरु प्रसिद्ध रूसी राजनीतिक वैज्ञानिक और दार्शनिक, अलेक्जेंडर डुगिन वर्तमान में एक निजी मिशन के लिए भारत में हैं। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कई विषयों पर अपने विचार साझा किए, जिनमें दुनिया कैसे बदल रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत भारत का भविष्य और दुनिया हिंदुत्व के उदय को कैसे देखती है। डुगिन ने पीएम मोदी को विभिन्न क्षेत्रों और विचारधाराओं के विश्व नेताओं के साथ संबंधों को संतुलित करने की दुर्लभ क्षमता वाला एक उल्लेखनीय नेता बताया। उन्होंने भारत को एक स्वतंत्र, शक्तिशाली और सम्मानित राष्ट्र में बदलने के लिए पीएम मोदी की सराहना की।
इसे भी पढ़ें: Russia Ukraine War: कीव से अबतक की सबसे बड़ी खबर, अमेरिकी दूतावास किया गया बंद
अलेक्जेंडर दुगिन न केवल प्राथमिक पुतिन के गुरु माने जाते हैं बल्कि रूस के नीति निर्धारक भी माने जाते हैं। पुतिन हर फैसले से पहले अलेक्जेंडर दुगिन से सलाह लेते हैं। यूक्रेन जंग पर दुगुने पुतिन के अगले प्लान का खुलासा किया। दुगिन ने इशारों में कहा कि पुतिन कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं। 2022 में मॉस्को के बाहरी इलाके में एक कार बम विस्फोट में उनकी बेटी की मौत हो गई थी। डुगिन ने भारत के बारे में न केवल एक देश के रूप में बल्कि अखंड भारत के रूप में बात की, जिसका अर्थ महान प्रभाव वाले इतिहास के साथ एक एकीकृत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राष्ट्र है। उन्होंने भारत की प्राचीन वैदिक परंपराओं और मूल्यों को बहाल करने, भारत के समृद्ध इतिहास को इसकी आधुनिक प्रगति के साथ जोड़ने की दिशा में काम करने के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह प्रयास भारत को वैश्विक मंच पर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नेता के रूप में खड़ा करता है।
इसे भी पढ़ें: तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडराया, यूरोपीय देशों ने भोजन, पानी जमा करने को कहा
डुगिन के अनुसार, पीएम मोदी के नेतृत्व ने भारत को मजबूत अंतरराष्ट्रीय संबंधों के साथ एक प्रमुख वैश्विक शक्ति के रूप में पहचान दिलाई है, जिसमें रूस, अमेरिका और अन्य प्रमुख देशों के साथ संबंध शामिल हैं। डुगिन ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने अपनी अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और आत्मनिर्भरता को मजबूत किया है, जिससे यह वैश्विक मामलों में एक बड़ी ताकत बन गया है। उनका मानना है कि बदलती वैश्विक व्यवस्था में भारत की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाएगी।