स्वीडन में एक मस्जिद के बाहर कुरान जलाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि वहां के अधिकारियों ने एक बार फिर मुसलमानों की इस पवित्र किताब को जलाने की अनुमति दे दी है। इस बात की जानकारी तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी ने दी है। अनादुलु के मुताबिक दक्षिणी स्वीडन की माल्मो पुलिस ने जीएटीएस पर होने वाले विवादास्पद विरोध प्रदर्शन के लिए परमिट जारी कर दिया है। अब देखा जाए तो कुरान जलाने की अनुमति ऐसे वक्त दी गई है जब पहले से ही स्वीडन कई मुस्लिम देशों के निशाने पर है। इस तरह की घटना ने कई मुस्लिम देशों के साथ स्टॉकहोम के संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है। माल्मो में करीब 3.50 लाख लोग रहते हैं। जिसमें करीब 50 हजार मुस्लिम आबादी है।
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बताया जा रहा हैकि कुरान को ऐसे वक्त में जलाने की अनुमति दी गई जब जब माल्मो शहर यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट के आयोजन की मेजबानी कर रहा है। 11 मई तक चलने वाली यूरोविजन में शामिल होने वाले देशों में इजरायल भी शामिल है। ऐसे में इस कार्यक्रम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं इजरायल ने माल्मो में इजरायली लोगों और यहूदियों के लिए खतरा बताते हुए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और बताया हैकि माम्लों शहर में अरब के प्रवासी भारी संख्या में रहते हैं। ये शहर इजरायली विरोधी शहर के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि जून 2023 में सलमान मोमिका नाम के एक शख्स के द्वारा कुरान जलाए जाने की पूरी दुनिया ने निंदा की थी।
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इसी साल अप्रैल के महीने में पूर्व इराकी मिलिशिया नेता सलवान मोमिका नॉर्वे में मृत पाए जाने की खबर सामने आई है। स्वतंत्र भाषण और कुरान को सार्वजनिक रूप से जलाने की वकालत करने के लिए वैश्विक प्रसिद्धि और बदनामी हासिल करने वाले मोमिका स्वीडन से नॉर्वे चले गए थे। मोमिका खुद को एक उदार नास्तिक आलोचक और विचारक बताते थे। जून 2023 में ईद पर सलवान मोमिका ने दुनिया को चौंका दिया जब उसने मुसलमानों की पवित्र पुस्तक कुरान की एक प्रति पर हमला किया और फिर उसे स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने जला दिया। उनके एक दोस्त ने अवज्ञा के इस कृत्य को फिल्माया।