कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय लोकतांत्रिक ढांचों पर “बर्बर हमले” हो रहे हैं और देश के लिए एक वैकल्पिक नजरिये के इर्दगिर्द एकजुट होने के लिए विपक्षी दलों में बातचीत चल रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि बीबीसी के खिलाफ हालिया कर सर्वेक्षण कार्रवाई “देश भर में आवाज के दमन” का एक उदाहरण था। उन्होंने कहा कि यह वजह है कि देश को खामोश करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रयासों के खिलाफ आवाज उठाने की अभिव्यक्ति के तौर पर उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की।
यहां इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (आईजेए) द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘इंडिया इनसाइट्स’ में गांधी ने संवाददाताओं को बताया, “यात्रा इसलिए जरूरी हो गई क्योंकि हमारे लोकतांत्रिक ढांचे पर बर्बर हमले हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “मीडिया, संस्थागत ढांचे, न्यायपालिका, संसद सभी पर हमले हो रहे हैं और हमें सामान्य माध्यम से लोगों के मुद्दे रखने में बहुत मुश्किल हो रही थी।”
उन्होंने कहा, “बीबीसी को इस बारे में अभी पता चला है, लेकिन भारत में यह सिलसिला पिछले नौ साल से लगातार चल रहा है। सभी जानते हैं कि पत्रकारों को डराया-धमकाया जाता है, उन पर हमले किए जाते हैं और धमकाया जाता है। सरकार की पैरवी करने वाले पत्रकारों को पुरस्कृत किया जाता है। तो, यह एक पैटर्न का हिस्सा है और मैं कुछ अलग होने की उम्मीद नहीं करूंगा। अगर बीबीसी सरकार के खिलाफ लिखना बंद कर दे तो सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सारे मामले गायब हो जाएंगे।”
गांधी ने खेद व्यक्त किया कि अमेरिका और यूरोप सहित दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से यह संज्ञान लेने में विफल रहे हैं कि “लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया गया है”।
उन्होंने कहा, “भाजपा चाहती है कि भारत खामोश रहे। वे चाहते हैं कि यह शांत हो… क्योंकि वे चाहते हैं कि जो भारत का है उसे ले सकें और अपने करीबी दोस्तों को दे सकें। यही विचार है, लोगों का ध्यान भटकाना और फिर भारत की संपत्ति को तीन, चार, पांच लोगों को सौंप देना।