जोहानिसबर्ग। सिरिल रामफोसा ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली। वह गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे। उनकी पार्टी अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस (एएनसी) पिछले महीने हुए चुनाव में बहुमत हासिल नहीं कर पायी थी। पिछले महीने हुए चुनावों में रामफोसा की एएनसी ने 30 साल में पहली बार अपना संसदीय बहुमत खो दिया। हालांकि, एएनसी और डेमोक्रेटिक अलायंस ने अपनी प्रतिद्वंद्विता को दरकिनार करके गठबंधन सरकार बनाने के लिए ऐतिहासिक समझौता किया। चुनाव में एएनसी को 40 प्रतिशत वोट मिले, जबकि डेमोक्रेटिक अलायंस (डीए) 22 प्रतिशत वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
प्रीटोरिया की यूनियन बिल्डिंग में प्रधान न्यायाधीश रेमंड जोंडो ने रामफोसा (71) को शपथ दिलाई। रामफोसा ने कहा, “मैं शपथ लेता हूं कि मैं दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के प्रति वफादार रहूंगा… मैं गणराज्य के संविधान और अन्य सभी कानूनों का पालन, अनुपालन और समर्थन करूंगा।” रामफोसा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के नागरिकों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काने के प्रयासों से विचलित नहीं होना चाहिए, क्योंकि देश राष्ट्रीय एकता की सरकार के दौर में प्रवेश कर रहा है।
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कई देशों को राष्ट्र प्रमुखों और प्रतिनिधियों के साथ हजारों मेहमानों की मौजूदगी में रामफोसा ने कहा, “हमें विभाजित करने या विचलित करने, संदेह या निराशा फैलाने या एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करने के हर प्रयास को अस्वीकार करना चाहिए। जो लोग हमारे रास्ते में खड़े होना चाहते हैं, जो तनाव को भड़काना चाहते हैं, वे सफल नहीं होंगे, क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी दृढ़ निश्चयी हैं।” राष्ट्रीय एकता की नयी सरकार में रामफोसा एएनसी, मध्य-दक्षिणपंथी डीए और छोटी पार्टियां शामिल हैं।