प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध अब किस मोड़ पर पहुँचा है? हमने यह भी जानना चाहा कि क्या जिस तरह इजराइल और हमास के बीच संघर्षविराम हुआ है उसको देखते हुए रूस और यूक्रेन को भी युद्ध को विराम देना चाहिए या समाप्त करना चाहिए? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि रूस और यूक्रेन युद्ध समाप्त हो क्योंकि इससे किसी भी पक्ष को कुछ हासिल नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हाल में संपन्न जी-20 की वर्चुअल बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के संबोधन में भी यही बात उभर कर आई थी।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि हालांकि ताजा खबर यह है कि रूस ने कीव में ड्रोन हमलों की बरसात कर दी है लेकिन इसमें भी किसी के मारे जाने की खबर नहीं है बल्कि सिर्फ पांच लोग ही घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारियों ने इसे युद्ध में अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताते हुए कहा है कि रूस द्वारा कीव में रात भर में 70 से अधिक ड्रोन दागे जाने के बाद पांच लोग घायल हो गए हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदमीर ज़ेलेंस्की ने राजधानी पर हमले को “जानबूझकर किया गया आतंक” बताते हुए टेलीग्राम ऐप पर लिखा कि “रूसी नेतृत्व को इस तथ्य पर गर्व है कि वह हत्या कर सकता है”। उन्होंने कहा कि इस हमले में ईरान द्वारा डिज़ाइन किए गए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के वायु सेना प्रमुख मायकोला ओलेशुक ने कहा है कि यूक्रेन में लॉन्च किए गए 75 ड्रोनों में से 71 को मार गिराया गया है। उन्होंने कहा कि कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने टेलीग्राम पर लिखते हुए कहा है कि हमले में 11 साल की लड़की सहित पांच लोग घायल हो गए और शहर की कई इमारतों को कुछ नुकसान पहुंचा है।
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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि रूसी ड्रोन हमले का लक्ष्य तुरंत स्पष्ट नहीं था, लेकिन यूक्रेन ने हाल के हफ्तों में चेतावनी दी है कि रूस एक बार फिर यूक्रेन की ऊर्जा प्रणाली को नष्ट करने के लिए हवाई अभियान चलाएगा। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि हमले के परिणामस्वरूप राजधानी में 77 आवासीय सहित लगभग 200 इमारतों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि यूक्रेन की वायु सेना ने कहा है कि फरवरी 2022 में युद्ध की शुरुआत के बाद से यह हमला रूस का सबसे बड़ा ड्रोन हमला था। बताया जा रहा है कि रूसी सेना सर्दियों से पहले यूक्रेन में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह कीव और अन्य शहरों के निवासियों के लिए चिंता का विषय है क्योंकि रूस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और बिजली आपूर्ति को लक्षित कर रहा है जैसा कि उन्होंने पिछले साल किया था।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि एक बात और स्पष्ट नजर आ रही है कि युद्ध के बीस महीने बाद, यूक्रेन के साथ पश्चिम के संबंधों में शिथिलता आ गयी है। उन्होंने कहा कि रूसी हमलों से बचने के लिए यूक्रेन सैन्य, आर्थिक और मानवीय सहायता के लिए पश्चिम और नाटो देशों पर बहुत अधिक निर्भर है लेकिन इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद स्थितियां काफी बदल गयी हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन के मंत्रियों ने यूक्रेन जाकर उसे अपना सहयोग देते रहने का भरोसा दिलाया लेकिन हालात में स्पष्ट बदलाव नजर आ रहा है।