रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को दावा किया कि रूसी सेना ने यूक्रेन के नमक की खदान वाले पूर्वी शहर सोलेदर पर कब्जा कर लिया है।
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कई झटकों के बाद सोलेदर पर कब्जा रूस के लिए एक ‘दुर्लभ जीत’ का प्रतीक होगा।
मंत्रालय ने कहा कि रूस और यूक्रेन की सेना के बीच खूनी संघर्ष के केंद्र सोलेदर पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है।
हालांकि, पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क प्रांत के अंतर्गत आने वाले सोलेदर पर कब्जा करने के रूस के दावे का यूक्रेनी अधिकारियों ने खंडन किया और कहा कि लड़ाई अभी जारी है। दोनेत्स्क उन चार क्षेत्रों में से एक है जिन्हें मॉस्को ने सितंबर में रूस में मिला लिया था।
लगभग एक महीने से भीषण युद्ध का सामना कर रहे सोलेदर पर नियंत्रण को लेकर परस्पर विरोधी खबरें रही हैं।
वहां खतरों को देखते हुए एसोसिएटेड प्रेस रूस के दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सकी।
रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेंकोव ने कहा, सोलेदर शहर की मुक्ति 12 जनवरी की शाम पूरी हो गई।
उन्होंने कहा कि यह घटनाक्रम दोनेत्स्क क्षेत्र में आक्रामक अभियानों को जारी रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
कोनाशेंकोव ने कहा कि सोलेदर पर नियंत्रण होने से रूसी सेना को बखमुत में यूक्रेनी बलों की आपूर्ति लाइन काटने और फिर यूक्रेनी इकाइयों को घेरने में मदद मिलेगी।
लेकिन पूर्वी क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के प्रवक्ता सेरही चेरेवती ने आरबीके समाचार प्रतिष्ठान से बातचीत में रूसी रक्षा मंत्रालय के दावे का खंडन करते हुए कहा कि शहर में लड़ाई जारी है।
वहीं, वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक ‘इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर’ ने कहा कि सोलेदर पर रूस का कब्जा अभियानगत रूप से महत्वपूर्ण घटनाक्रम नहीं है और इससे बखमुत के घेराव की संभावना नहीं है।
रूस के दावे के कुछ ही घंटों पहले, यूक्रेन ने कहा था कि रात में भीषण लड़ाई हुई लेकिन शहर के रूस के कब्जे में जाने की बात नहीं कही।
शुक्रवार तड़के एक टेलीग्राम पोस्ट में, यूक्रेन की उप रक्षा मंत्री हन्ना मालियार ने कहा कि मॉस्को ने लगभग सभी (अपने) मुख्य बलों को पूर्वी शहर में जीत हासिल करने के लिए भेज दिया है, लेकिन यूक्रेनी लड़ाके बहादुरी से रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह युद्ध का एक कठिन चरण है, लेकिन हम जीतेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है।