धूं-धू कर जलती इमारतें, बिना रुके काम करते फायर फाइटर्स, अंडरग्राउंड मेट्रोस्टेशन और बंकरों में बैठे बदहवास लोग। 26 अगस्त को यूक्रेन के 15 से ज्यादा प्रांतों में ये नजारा आम था। दरअसल, रूस ने 200 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन से यूक्रेन पर हमला किया था। हमले के बाद पूरा यूक्रेन हाई अलर्ट पर है। पूरे शहर में ब्लैक आउट की खबर है। चार लोगों की मौत की पुष्टि है और हताहतों की संख्या में इजाफा हो सकता है। पिछले कुछ महीनों में रूसा का यूक्रेन पर सबसे बड़ा टारगेटेड अटैक है। ये हमला पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे के महज दो दिन बाद हुआ है। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी रूस और यूक्रेन के बीच शांति की पहल कर सकते हैं। रूस के घातक हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और यूक्रेन के लिए उनके शांति के संदेश और चल रहे मानवीय समर्थन के लिए उनकी सराहना की।
जो बाइडेन ने एक्स के एक पोस्ट में कहा कि मैंने पोलैंड और यूक्रेन की उनकी हालिया यात्रा पर चर्चा करने के लिए प्रधान मंत्री मोदी से बात की, और यूक्रेन के लिए शांति और चल रहे मानवीय समर्थन के उनके संदेश के लिए उनकी सराहना की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने हिंद-प्रशांत में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन और रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए एक साथ बैठना चाहिए और भारत शांति बहाल करने में “सक्रिय भूमिका” निभाने के लिए तैयार है।
बाइडेन ने पीएम मोदी के ऐतिहासिक दौरे की सराहना की
मोदी की रूस, पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा और बांग्लादेश में हालिया घटनाक्रम के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बातचीत थी। व्हाइट हाउस ने कॉल के रीडआउट में कहा कि दोनों नेताओं ने मोदी की पोलैंड और यूक्रेन की हालिया यात्रा के साथ-साथ सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति ने पोलैंड और यूक्रेन की उनकी ऐतिहासिक यात्राओं के लिए प्रधानमंत्री की सराहना की, जो दशकों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री की पहली यात्रा थी। बाइडेन और मोदी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने निरंतर समर्थन की पुष्टि की। व्हाइट हाउस ने कहा, “नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए क्वाड जैसे क्षेत्रीय समूहों सहित मिलकर काम करने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने एक्स अपने पोस्ट में कहा था कि बाइडन से बातचीत में बांग्लादेश के हालात पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि बाइडन के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने यूक्रेन की स्थिति सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का विस्तृत आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा, मैंने शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली से जुड़े प्रयासों के लिए भारत का पूर्ण समर्थन दोहराया। मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने और बाइडन ने बांग्लादेश के हालात पर भी चर्चा की और वहां सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली और अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।