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Prabhasakshi Exclusive: Patriot Missile Defense System को Russia ने नुकसान पहुँचा कर US और NATO की नींद उड़ा दी है

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में हमने इस सप्ताह ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के ताजा हालात पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं शुरू से ही कह रहा हूँ कि यह युद्ध अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमीर जेलेंस्की के हाथ में नहीं रह गया है। अब जेलेंस्की जी-7 बैठक के दौरान हिरोशिमा भी पहुँच रहे हैं जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनकी मुलाकात होगी। पिछले महीने यूक्रेन विदेश विभाग की उप-मंत्री भी भारत दौरे पर आई थीं। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद मोदी की जेलेंस्की से यह पहली मुलाकात होगी हालांकि दोनों नेताओं के बीच कई मौकों पर फोन पर बात हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अमेरिका की पेट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को बर्बाद कर रूस ने दिखा दिया है कि अमेरिका के हर हथियार की काट उसके पास है। अब तक माना जाता था कि पेट्रियट सिस्टम अभेद्य है। अमेरिका ने अब मान लिया है कि रूसी हमले में पेट्रियट सिस्टम को नुकसान पहुँचा है। इस घटना के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगी नाटो देश भी चिंतित हैं क्योंकि रूस की इस अपार शक्ति का अंदाजा किसी को नहीं था।

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ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी ने कहा कि दूसरी ओर विभिन्न देशों में मदद के लिए घूम रहे जेलेंस्की हाल में ब्रिटेन भी होकर आये। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का स्वागत किया और युद्धग्रस्त यूरोपीय राष्ट्र के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि की। ब्रिटेन चौथा यूरोपीय देश है जिसकी पिछले कुछ दिन में जेलेंस्की ने यात्रा की है। जर्मनी और इटली की यात्रा के बाद उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलने के लिए पेरिस की एक अघोषित यात्रा की थी। जर्मनी और इटली की यात्रा के दौरान उन्होंने देश के वरिष्ठ नेताओं और पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ (ब्रिटेन में प्रधानमंत्री आवास) के अनुसार, जेलेंस्की ने यूरोपीय नेताओं के साथ उनकी बैठकों के बारे में सुनक को जानकारी दी। यह यात्रा आइसलैंड में ‘काउंसिल ऑफ यूरोप समिट’ से पहले हुई। उन्होंने बताया कि सुनक ने कहा कि यह, भयावह युद्ध में यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण क्षण है.. (ऐसा युद्ध) जिसके लिए उन्होंने नहीं उकसाया। उन्हें अंधाधुंध हमलों से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के निरंतर समर्थन की जररूत है जो (हमले) एक वर्ष से अधिक समय से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी की वास्तविकता रहे हैं। सुनक ने कहा कि हमें उन्हें निराश नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सुनक ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध की सीमाएं भले ही यूक्रेन तक सीमित हो सकती हैं, लेकिन इसके परिणाम पूरी दुनिया में दिखेंगे। यह सुनिश्चित करना हमारे हित में है कि यूक्रेन सफल हो और पुतिन की बर्बरता नाकाम हो।

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