रक्षा जगत से जुड़ी यह खबर पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा कर देगी। भारत लगातार अपने हथियारों का जखीरा बढ़ाता जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि भारत इन हथियारों का निर्माण खुद ही कर रहा है। इसी कड़ी में भारत ने ऐसा हथियार बना लिया है जो रूस के एस 400 एयर डिफेंस सिस्टम कितना काम करता है। भारत का यह हथियार एस 400 की तरह हवाई सुरक्षा कवच बनाता है। बता दें कि इंडिया डीएनए वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण कर लिया है।
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वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम से लगातार 2 मिसाइलें दागी गई और उसका एक वीडियो भी जारी किया गया। दोनों ही बार इस डिफेंस सिस्टम से मिसाइल टारगेट पर जाकर लगी। यानी ये भारत की एक बड़ी कामयाबी है। इस मिसाइल को वीएसएचओआरएडीएस के नाम से भी जाना जाता है, इसे डीआरडीओ के अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) द्वारा अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। बताया जा रहा है कि इस एयर डिफेंस सिस्टम से दुश्मन की तरफ से आते मिसाइलों, ड्रोन या हेलीकॉप्टर को निशाना बनाया जा सकता है। ये डिफेंस सिस्टम पोर्टेबल है यानी इसे कहीं भी आराम से ले जाया जा सकता है और मिसाइल दागी जा सकती है। इसे पहाड़ों, ग्लेशियर और रेगिस्तान में आराम से तैनात किया जा सकता है। यानी भारत का एयर डिफेंस सिस्टम चीन और पाकिस्तान की सीमा पर आराम से तैनात किए जा सकते हैं।
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जानकारी के मुताबिक वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम का वजन केवल 20 किलोग्राम है। जनवरी 2023 में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) ने वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम या VSHORAD (आईआर होमिंग) मिसाइल सिस्टम की खरीद को मंजूरी दी। भारत और चीन के बीच मई 2020 से एलएसी पर तनावपूर्ण सैन्य गतिरोध कायम है। पिछले साल दिसंबर में अरुणाचल के तवांग में दोनों पक्षों के सैनिक आपस में भिड़ गए थे। पिछले साल सितंबर में डीआरडीओ ने ओडिशा के तट पर चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज में ग्राउंड-आधारित पोर्टेबल लांचर से VSHORADS मिसाइल की टेस्टिंग की थी।