9 मई का दिन रूस के लिए खासा महत्व रखता है। पूरी दुनिया की नजरें मॉस्को पर टिकी थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन विक्ट्री डे परेड पर अपने संबोधन में क्या बोलेंगे। आज रूस के 78वें विक्ट्री डे परेड में एक से बढ़कर एक घातक तोप, टैंक, मिसाइलें और फाइटर जेट नजर आए। इस दौरान महाविनाशक अंतरमहाद्वीपीय यार्स मिसाइल का प्रदर्शन किया गया। अमेरिका किलर ये मिसाइल 12 हजार किमी तक मार कर सकती है।
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हम जानते हैं हमें क्या करना है
रेड स्क्वायर पर मास्को विजय दिवस पर व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस के खिलाफ युद्ध छेड़ा गया। हम जानते हैं कि हमें क्या करना है। हम अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी ‘अभिजात वर्ग’ पर ‘नाज़ीवाद का वास्तविक पंथ बनाने’ का आरोप लगाया। पुतिन ने अपना भाषण समाप्त करते हुए कहा कि हमारे सशस्त्र बलों के लिए हमारे प्यार से ज्यादा मजबूत दुनिया में कोई कारण नहीं है। पुतिन का कहना है कि उन्हें उन सैनिकों पर गर्व है जो रूस के “विशेष सैन्य अभियान” में भाग ले रहे हैं। रूस का स्टेटहुड का दर्जा और इसका भविष्य इन लोगों पर निर्भर करता है। हर कोई हमारे “नायकों” का समर्थन करने के लिए एकजुट है। पुतिन ने इस दौरान दो टूक कहा कि सर्वोच्चता की कोई भी विचारधारा स्वीकार नहीं होगी।
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बेलारूस के राष्ट्रपति के साथ अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया गया है कि रूस अलग-थलग नहीं पड़ा है। वो युद्ध के तहत भी शांति चाहता है। पुतिन ने अपने भाषण में भी यही दर्शाने का प्रयास किया है कि वहां की जनता युद्ध नहीं चाहती है। वहां की सत्ता युद्ध चाहती है क्योंकि वो पश्चिमी देशों के एजेंडा को बढ़ा रही है। रशियाफोबिया शब्द का इस्तेमाल किया।
पुतिन नियमित रूप से यूक्रेन की लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की तुलना दूसरे विश्व युद्ध में पराजित नाज़ियों से करते हैं। उन्होंने यूक्रेन के नेताओं की नव-नाज़ियों के रूप में निंदा करते हुए और रूस की मातृभूमि के खिलाफ छेड़े जा रहे “वास्तविक युद्ध” की बात करते हुए आज उस स्क्रिप्ट से प्रस्थान नहीं किया है। केवल रूस ही विश्व युद्ध दो की उपलब्धियों के प्रति सच्चा है, जबकि पश्चिम भूल गया है कि नाजियों को किसने हराया था।