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बम विस्फोट में रूसी सैन्य ब्लॉगर की मौत, Russian ने हमले के लिए Ukraine को जिम्मेदार ठहराया

रूस की शीर्ष आतंकवाद रोधी एजेंसी ने सोमवार को कहा कि जाने-माने रूसी सैन्य ब्लॉगर की मौत के लिए जिम्मेदार बम हमले की साजिश यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसियों ने रची। ब्लॉगर ने यूक्रेन में रूसी हमले का पुरजोर समर्थन किया था।
यूक्रेनी अधिकारियों ने आरोप का सीधे जवाब नहीं दिया, लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह रूस की घटनाओं के बारे में नहीं सोचते और इससे पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने बम विस्फोट को रूस की आंतरिक अशांति का हिस्सा बताया था।
ज़ेलेंस्की ने सोमवार को बमबारी के बारे में पूछे गए सवालों को खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बारे में नहीं सोचता कि सेंट पीटर्सबर्ग या मॉस्को में क्या हो रहा है। रूस को इस बारे में सोचना चाहिए। मैं अपने देश के बारे में सोच रहा हूं।’’
रूसी अधिकारियों ने बताया कि 40-वर्षीय व्लादलेन तातारस्की की रविवार को उस वक्त मौत हो गई, जब सेंट पीटर्सबर्ग में नेवा नदी के तट पर स्थित एक कैफे में उनके नेतृत्व में एक परिचर्चा हो रही थी।
अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट में 30 से अधिक लोग घायल हो गए और उनमें से 10 की हालत गंभीर बनी हुई है।

आतंकवाद रोधी अभियानों का समन्वय करने वाली नेशनल एंटी-टेररिस्ट कमेटी ने कहा कि तातारस्की के खिलाफ ‘‘आतंकवादी कृत्य’’ की साजिश यूक्रेन के ‘‘स्पेशल सर्विसेज’’ द्वारा रची गई थी जिसमें उन लोगों की भागीदारी थी, जिन्होंने जेल में बंद एलेक्सी नवलनी द्वारा बनाए गए भ्रष्टाचार-रोधी फाउंडेशन के साथ सहयोग किया है।
इसने कहा कि गिरफ्तार संदिग्ध नवलनी के समूह की सक्रिय समर्थक है।
रूसी प्राधिकारियों ने सेंट पीटर्सबर्ग निवासी 26 वर्षीय दारया त्रियोपोवा को गिरफ्तार करने की घोषणा की। इससे पहले, त्रियोपोवा को युद्ध विरोधी रैलियों में भाग लेने के लिए हिरासत में लिया गया था।

जांचकर्ताओं का मानना है कि बम ब्लॉगर की उस प्रतिमा में छिपा हुआ था जिसे संदिग्ध ने विस्फोट से ठीक पहले उसे उपहार के तौर पर दिया था।
गृह मंत्रालय ने एक संक्षिप्त वीडियो जारी किया जिसमें त्रियोपोवा को एक पुलिस अधिकारी से यह कहते हुए दिखाया गया है कि वह उस मूर्ति को कैफे में लेकर आई थी जिसमें विस्फोट हुआ। यह पूछे जाने पर कि उक्त मूर्ति उसे किसने दी, उसने कहा कि वह बाद में बताएगी।
रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, त्रियोपोवा ने जांचकर्ताओं को बताया कि विस्फोटक उपकरण पहुंचाने के लिए उसे एक वाहक के रूप में इस्तेमाल किया गया, लेकिन उसे नहीं पता था कि यह मूर्ति में छिपा हुआ था।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि चर्चा के दौरान संदिग्ध ने प्रश्न पूछे और तातारस्की के साथ चर्चा की। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि महिला ने तातारस्की को बताया कि उसने ब्लॉगर की आवक्ष प्रतिमा बनाई थी, लेकिन गार्ड ने उसे इस संदेह में दरवाजे पर छोड़ने के लिए कहा कि उसमें बम हो सकता है।
उन्होंने आपस में मज़ाक किया और फिर वह आवक्ष प्रतिमा लेकर आई। एक वीडियो में तातारस्की को विस्फोट से ठीक पहले आवक्ष प्रतिमा के बारे में मजाक करते और उसे बगल में मेज पर रखते हुए दिखाया गया है।

सैन्य ब्लॉगर और देशभक्त टिप्पणीकारों ने तुरंत हमले के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराया और बम विस्फोट की तुलना पिछले वर्ष अगस्त में राष्ट्रवादी टीवी कमेंटेटर दरिया दुगिना की हत्या से की।दुगिना के पिता अलेक्जेंडर दुगिना ने तातारस्की को एक अमर नायक करार दिया जिन्होंने रूसी लोगों को बचाने के लिए जान दे दी।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि दुगिना और तातारस्की पर हुए हमलों ने यह साबित कर दिया है कि यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान शुरू करकेमास्को ने सही किया।
तातारस्की की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने रविवार देर रात कहा कि उनकी गतिविधियों के चलते ‘‘कीव शासन उनसे नफरत करता था।’’ उन्होंने कहा कि वह और अन्य रूसी सैन्य ब्लॉगर लंबे समय से यूक्रेन से खतरों का सामना कर रहे हैं।

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