रूस यूक्रेन की जंग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि 50 रूसी सैनिकों का सरेंडर हो गया है। 75 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है। रूस यूक्रेन बॉर्डर पर 50 रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के सामने सरेंडर कर दिया है। यूक्रेन ने सभी कैदियों को वॉर प्रिजर्नस यानी युद्ध बंदी बना लिया है। बीते कुछ दिनों से यूक्रेन और रूस के बीच की जंग और तेज हो चली थी। इलाकों में दोनों ओर से बमबारी भी हो रही है। यूक्रेन की सेना ने भी रूस पर आक्रमण किया। अब तक रूस पूरी तरह से हावी नजर आ रहा था। यूक्रेन काफी छोटा और कमजोर देश है। ऐसे में अगर यूक्रेन की सेना रूस की सरहद के अंदर घुसकर उसके सैनिकों का सरेंडर करा देती है तो इसे बहुत बड़ी जीत मानी जाएगी।
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ढाई सालों से हथियारों की मदद से यूक्रेन रूस से मुकाबला तो कर रहा है लेकिन पहली बार ऐसी खबर सामने आई है जिसमें वो ऑफेंसिव मोड में नजर आ रहा है। यूक्रेन के मानवरहित प्रणाली बल ने वीडियो जारी कर कहा कि इसमें रूसी सीमा रक्षकों को कुर्स्क क्षेत्र में ‘सुदझा’ सीमा पार बिंदु पर आत्मसमर्पण करते हुए दिखाया गया है। तारीख की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की गई है।
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश के दक्षिण-पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी घुसपैठ को बड़ा उकसावा बताया। उनके अधिकारियों ने कहा कि रूस दूसरे दिन सीमापार छापों का मुकाबला कर रहा है। यूक्रेन के अधिकारियों ने इस अभियान के दायरे पर चुप्पी साध रखी है। पुतिन ने असैन्य भवनों, आवासीय इमारतों, एंबुलेंसों पर विभिन्न प्रकार के हथियारों से अंधाधुंध गोलाबारीकिये जाने का दावा करते हुए इस पर चर्चा करने के लिए अपने शीर्ष रक्षा एवं सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने मंत्रिमंडल को कुर्स्क क्षेत्र में सहायता के सिलसिले में तालमेल कायम करने का निर्देश दिया। यह लड़ाई मास्को से करीब 500 किलोमीटर की दूरी पर चल रही है।