रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को पश्चिमी देशों पर यूक्रेन में डोनबास क्षेत्र में रहने वाले लोगों के खिलाफ ‘‘युद्ध छेड़ने’’ का आरोप लगाया और कहा कि रूस का विशेष सैन्य अभियान उस युद्ध को समाप्त करने के लक्ष्य को लेकर है।
पुतिन ने सम्मेलन को डिजिटल तरीके से संबोधित किया। यूक्रेन में युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय अदालत ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है जिसके चलते वह ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन के लिए जोहानिसबर्ग नहीं आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में अपना आधिपत्य बनाए रखने की कई पश्चिमी देशों की इच्छा के कारण ‘‘यूक्रेन में गंभीर संकट पैदा हुआ।’’
पुतिन ने ब्रिक्स के नेताओं के वार्षिक शिखर सम्मेलन को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘रूस ने उन लोगों का समर्थन करने का फैसला किया है जो अपनी संस्कृति, अपनी परंपराओं, अपनी और अपने भविष्य के लिए लड़ रहे हैं। यूक्रेन में हमारी कार्रवाई का केवल एक ही कारण है-डोनबास में रहने वाले लोगों के खिलाफ यूक्रेन में पश्चिमी देशों और उनके सहयोगियों द्वारा शुरू किए गए युद्ध को समाप्त करना।’’
पांच ब्रिक्स देशों में दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी रहती है और यह समूह वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 30 प्रतिशत से अधिक के लिए जिम्मेदार है। ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं।
शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अफ्रीका और मध्य पूर्व के 20 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है। उनमें से कई ने ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया है, जो शिखर सम्मेलन के एजेंडे में शामिल मामलों में से एक है।
पुतिन ने कहा, ‘‘पहले, पश्चिमी देशों की मदद से, उस देश में एक असंवैधानिक तख्तापलट किया गया था और फिर उन लोगों के खिलाफ युद्ध शुरू किया गया जो उस तख्तापलट से सहमत नहीं थे। यह क्रूर युद्ध, विनाश का युद्ध, आठ साल तक चला था।’’
रूस द्वारा 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन में सेना भेजने के बाद से अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर भारी प्रतिबंध लगा दिए हैं। पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स समूह के सदस्य, देशों के किसी भी आधिपत्य और नव-उपनिवेशवाद की नीति के खिलाफ हैं।
पुतिन ने कहा, ‘‘पांच देशों के हमारे समूह ने वैश्विक क्षेत्र में एक आधिकारिक ढांचे के रूप में खुद को स्थापित किया है, जिसका विश्व मामलों में प्रभाव लगातार मजबूत हो रहा है।
यह सहयोग भविष्य की भागीदारी के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का मुख्य हिस्सा- विश्व के बहुमत की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए है।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिक्स देश वैश्विक और क्षेत्रीय एजेंडे पर ‘‘सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों’’ को संबोधित करने के लिए समानता, साझेदारी, सहयोग और एक-दूसरे के हितों के प्रति उचित सम्मान के सिद्धांतों पर मिलकर काम कर रहे हैं।
पुतिन ने कहा कि रूस ब्रिक्स भागीदारों के साथ डिजिटल परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग सहित अपने संचित अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए तैयार है। पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स समूह अपना अगला शिखर सम्मेलन अक्टूबर 2024 में रूसी शहर कजान में आयोजित कर सकता है, लेकिन सटीक तारीखों पर अभी तक राजनयिक माध्यम से समन्वय नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि एक दर्जन से अधिक रूसी शहरों में लगभग 200 राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक कार्यक्रमों की मेजबानी करने की योजना है।
पुतिन ने कहा, ‘‘अपनी अध्यक्षता के दौरान, हम वर्तमान शिखर सम्मेलन में लिए गए सभी निर्णयों को प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर हर संभव प्रयास करने का इरादा रखते हैं, जिसमें समूह के प्रतिभागियों की संख्या के विस्तार से संबंधित निर्णय भी शामिल हैं।’’पुतिन ने आश्वासन दिया कि देश भागीदारों के साथ निकटता से सहयोग करेगा, प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मंच, सबसे पहले, संयुक्त राष्ट्र पर काम करेगा और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की नियमित बैठकों की प्रथा जारी रखेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘बेशक, हम आतंकवाद, आतंकवादी विचारधारा के प्रसार, धन शोधन के खिलाफ लड़ाई जैसे गंभीर मुद्दों को प्राथमिकता देंगे।’’ उन्होंने धन शोधन से निपटने के लिए वित्तीय उपाय विकसित करने में सहयोग के लिए भागीदारों को धन्यवाद दिया। रूस के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि यह साझा प्रतिबद्धता भविष्य में भी कायम रहेगी।