लंदन। विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने और ‘‘मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति’’ देने के उद्देश्य से ब्रिटेन के पांच दिवसीय दौरे पर लंदन पहुंचे हैं। विदेश मंत्री ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘दीपावली के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। आशा है कि रोशनी का यह त्योहार सभी के जीवन को प्रकाशित करे एवं शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लाएगा।’’
दीपावली के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। आशा है कि रोशनी का यह त्योहार सभी के जीवन को प्रकाशित करे एवं शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लाए|
Wishing everyone a very happy and prosperous Diwali. Hope that this Festival of Lights brings peace, prosperity and… pic.twitter.com/Sliv0Tl8TQ
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 12, 2023
इसे भी पढ़ें: Texas Gun Violence । मुठभेड़ में एक पुलिस अधिकारी की मौत, एक अन्य घायल, हमलावर मारा गया
अपने ब्रिटेन प्रवास के दौरान जयशंकर लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में एक कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं और सोमवार को उनके लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित दिवाली स्वागत समारोह को संबोधित करने की संभावना है। वह अगले सप्ताह ‘एक अरब लोग दुनिया को कैसे देखते हैं’ विषय पर चर्चा में शामिल हो सकते हैं। जयशंकर अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवर्ली के साथ बातचीत करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस बातचीत में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की अगले कुछ महीनों में होने वाली संभावित भारत यात्रा के संबंध में तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया था, ‘‘विदेश मंत्री एस.जयशंकर 11 से 15 नवंबर तक ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर होंगे।’’
इसे भी पढ़ें: Israel Hamas Conflict । संघर्ष-विराम की मांग को Benjamin Netanyahu ने फिर किया खारिज
मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया था, ‘‘भारत और ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंध बढ़ रहे हैं। इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री अपने ब्रिटिश समकक्ष सर जेम्स क्लेवर्ली और अन्य गणमान्य लोगों के साथ मुलाकात करेंगे।’’ विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के रिश्तों को मधुर और प्रगतिशील बताया। भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत 2021 में की गई और इसके तहत भारत-ब्रिटेन कार्ययोजना-2030 पर हस्ताक्षर किया गया था, जिसका उद्देश्य कई क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करना है। विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘‘कार्ययोजना में एक ऐसी साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता जताई गई है, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगी। विदेश मंत्री के दौरे से दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति मिलेगी।’’