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समोसा कॉकस अब सदन का स्वाद है… जानिए क्या है ये, जिसका पीएम ने जिक्र किया तो अमेरिकी संसद में तालियां गूंज उठी

संयुक्त राज्य कांग्रेस की संयुक्त बैठक में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिनिधि सभा में ‘समोसा कॉकस’ का जिक्र किया। यह नाम कांग्रेस में भारतीय मूल के अमेरिकी के अनौपचारिक समूह को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिका की नींव समान लोगों वाले राष्ट्र के दृष्टिकोण से प्रेरित थी। अपने इतिहास के माध्यम से आपने दुनिया भर के लोगों को गले लगाया है। और, आपने उन्हें अमेरिकी सपने में बराबर का भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं, जिनकी जड़ें भारत में हैं। उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठते हैं। इस दौरान उन्होंने समोसा कॉकस का जिक्र किया तो सदन तालियों से गूंज उठा। 

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क्या है समोसा कॉकस जिसका जिक्र पीएम मोदी ने किया
पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे पीछे एक है, जिसने इतिहास रच दिया है। फिर पीएम मोदी कहा कि मुझे बताया गया है कि समोसा कॉकस अब सदन का स्वाद है। मुझे उम्मीद है कि यह बढ़ेगा और यहां भारतीय व्यंजनों की पूरी विविधता लाएगा। समोसा कॉकस शब्द 2018 से उपयोग में है और कहा जाता है कि इसे इलिनोइस के 8वें जिले से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति द्वारा गढ़ा गया था। जिसे संसद के अंदर भारतीय मूल के सांसदों और प्रतिनिधियों का समूह कहा गया। वर्तमान में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी प्रतिनिधि हैं। छठी उपराष्ट्रपति हैरिस, सीनेट की नेता हैं। सभी डेमोक्रेट हैं। चूंकि समोसा भारतीय व्यंजन है और दुनियाभर में मशहूर है। यही वजह है कि इस शब्द को भारतीय मूल के लोगों से आसानी से जोड़ा गया। 

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कौन-कौन हैं समोसा कॉकस के सदस्य
पांच प्रतिनिधि जिनमें  मिशिगन के 13वें जिले से श्री शामल थानेदार, डॉ. अमी बेरा, कैलिफोर्निया के 6वें जिले का प्रतिनिधित्व रो खन्ना हैं। वाशिंगटन के 7वें जिले का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रमिला जयपाल और स्वयं कृष्णमूर्ति शामिल हैं। भारतीय मूल के अमेरिकी बाइडेन प्रशासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर हैं और अमेरिकी नीति निर्धारण में एक शक्तिशाली आवाज का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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