ईरान की राजधानी तेहरान में कलाशनिकोव जैसी राइफल लिए एक व्यक्ति ने शुक्रवार को अज़रबैजान के दूतावास पर हमला कर दिया, जिसमें वहां तैनात सुरक्षा प्रमुख की मौत हो गई, जबकि दो गार्ड घायल हो गए। अज़रबैजान के प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ईरान के सरकारी मीडिया के मुताबिक, तेहरान के पुलिस प्रमुख जनरल हुसैन रहीमी ने इस हमले के लिए ‘निजी और पारिवारिक समस्याओं’ को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, यह हमला ऐसा समय में हुआ है, जब अज़रबैजान और ईरान के रिश्तों में महीनों से तनाव व्याप्त है।
घटनास्थल के कथित वीडियो में दूतावास के पास स्थित राजनयिक चौकी खाली नजर आ रही है, जबकि एक व्यक्ति उसके बाहर खड़ी एसयूवी में घायल अवस्था में दिखाई दे रहा है।
वीडियो में दूतावास के अंदर मेटल डिटेक्टर के पास चिकित्साकर्मी एक छोटे कार्यालय के अंदर एक शव के पास खड़े नजर आ रहे हैं। कार्यालय के फर्श पर खून बहता दिखाई दे रहा है।
अज़रबैजान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि “अभी इस हमले की जांच की जा रही है।”
बयान के मुताबिक, हमलावर ने गोलीबारी कर एक सुरक्षा चौकी को भी नष्ट कर दिया। इसमें कहा गया है कि चौकी पर हमले में घायल सुरक्षा गार्ड ने हमलावर पर जवाबी कार्रवाई की।
बयान के अनुसार, गोलीबारी में घायल सुरक्षा गार्ड की हालत ‘स्थिर’ है।
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने रहीमी के हवाले से बताया कि हमले के दौरान बंदूकधारी दो बच्चों के साथ दूतावास के अंदर घुसा था। हालांकि, अज़रबैजान में जारी दूतावास के अंदर के सीसीटीवी फुटेज, जो बाद के अन्य वीडियो के विवरण और अज़रबैजान के विदेश मंत्रालय के बयान से मेल खाता है, उसमें बंदूकधारी को अकेले ही दूतावास में दाखिल होते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो में नजर आ रहा है कि सुरक्षा गार्ड मेटल डिटेक्टर के पास उसे रोकने की कोशिश करते हैं, जिसके बाद वह गोलीबारी शुरू कर देता है। वीडियो में हमलावर एक छोटे कार्यालय की तरफ भागते कर्मचारियों पर गोलियां बरसाते दिख रहा है।
अज़रबैजान की उत्तर-पश्चिमी सीमा ईरान से लगती है। नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र को लेकर अज़रबैजान और आर्मेनिया में संघर्ष के बाद से दोनों देशों (ईरान और अज़बैजान) के बीच तनाव व्याप्त है।
इस्लामी गणतंत्र को हिला देने वाले राष्ट्रव्यापी विरोध के बीच ईरान ने अक्टूबर में अज़रबैजान सीमा के पास एक सैन्य अभ्यास शुरू किया था। यही नहीं, अज़रबैजान के इज़रायल के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जिसे तेहरान क्षेत्र में अपने प्रमुख दुश्मनों में से एक के रूप में देखता है।